टेलनेट क्या है? कैसे काम करता है, उपयोग और इतिहास

टेलनेट (Telnet) का पूरा नाम “Teletype Network” है, नेटवर्किंग के क्षेत्र में यह एक महत्वपूर्ण प्रोटोकॉल है। इस लेख में, हम Telnet क्या है, इसके इतिहास, उपयोग, और कार्यविधि को जानेंगे।

टेलनेट क्या है? (What is Telnet?)

Telnet एक नेटवर्क प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग इंटरनेट या लोकल एरिया नेटवर्क पर वर्चुअल टर्मिनल कनेक्शन का उपयोग करके बायडायरेक्शनल (bidirectional) इंटरैक्टिव टेक्स्ट-ओरिएंटेड कनेक्शन प्रदान करने के लिए किया जाता है। यह यूजर को कंप्यूटर, कम्युनिकेशन सॉफ्टवेयर और मॉडेम की सहायता से अन्य होस्ट पर रिमोट सर्विस से कनेक्ट करने की अनुमति देता है।

टेलनेट प्रोटोकॉल यूजर को रिमोट कंप्यूटर से संयोजन (conection) करने में सहायक होता है। जिस प्रकार फ़ोन नंबर डायल करके आपस में बात की जा सकती है उसी प्रकार इसमें आपस में डाटा ट्रांसफर किया जा सकता है। टेलनेट वह सेवा है, जो हमें किसी अन्य कंप्यूटर पर पहुंचाकर उस पर उपलब्ध विभिन्न सेवाओं के इस्तेमाल का अवसर देती है। टेलनेट पर काम समय यूजर नाम और पासवर्ड की आवश्यकता होती है। जब यूजर नाम व पासवर्ड सही होते है तो यूजर रिमोट कंप्यूटर से जुड़ जाते हैं।

Telnet कैसे काम करता है?

Telnet यूजर के कंप्यूटर और रिमोट सर्वर के बीच एक वर्चुअल कनेक्शन स्थापित करने के लिए TCP/IP प्रोटोकॉल का उपयोग करता है।

जब यूजर टेलनेट सेशन प्रारंभ करता है, तो टेलनेट क्लाइंट सॉफ़्टवेयर रिमोट सर्वर के टेलनेट पोर्ट (डिफ़ॉल्ट पोर्ट 23) के लिए एक TCP कनेक्शन खोलता है। यह तब एक इंटरैक्टिव सेशन में प्रवेश करता है जहां सभी कीबोर्ड इनपुट और स्क्रीन आउटपुट का आदान-प्रदान दोनों सिस्टम के बीच प्लेन टेक्स्ट कमांड और प्रतिक्रियाओं के रूप में किया जाता है।

यह यूजर के कीबोर्ड इनपुट और डिस्प्ले को नेटवर्क कनेक्शन पर रीडायरेक्ट करने की अनुमति देता है, जिससे ऐसा लगता है कि यूजर सीधे रिमोट सिस्टम में लॉग इन है।

टेलनेट के उपयोग (Uses of Telnet)

  1. रिमोट लॉगिन: Telnet यूजर को नेटवर्क पर किसी भी सिस्टम से यूनिक्स / लिनक्स सर्वर और मेनफ्रेम में लॉग इन करने की अनुमति देता है।
  2. सीरियल पोर्ट एक्सेस: टेलनेट का उपयोग राउटर, मॉडेम आदि जैसे उपकरणों से कनेक्ट करने और प्रबंधित करने के लिए किया जा सकता है जिनमें सीरियल कंसोल पोर्ट होता है।
  3. नेटवर्क कनेक्टिविटी का परीक्षण: टेलनेट का उपयोग अक्सर नेटवर्क एडमिन द्वारा कनेक्टिविटी समस्याओं का निवारण करने के लिए किया जाता है।
  4. प्रोटोकॉल एनालिसिस: नेटवर्क विशेषज्ञ डिबगिंग और low-level TCP / IP इंटरैक्शन का विश्लेषण करने के लिए विशिष्ट प्रोटोकॉल पैकेट मैन्युअल रूप से जनरेट करने के लिए Telnet का उपयोग करते हैं।

Telnet Security

Telnet सुविधाजनक है, परन्तु प्लेन टेलनेट ट्रैफ़िक पूरी तरह से अनएन्क्रिप्टेड होते है जिसकी वजह से यह ईव्सड्रॉपिंग और स्पूफिंग खतरों के लिए असुरक्षित है।

यह पासवर्ड क्रेडेंशियल्स प्रयोग की अनुमति देता है, लेकिन पूरे असुरक्षित नेटवर्क इंटरैक्टिव सेशन की निगरानी नेटवर्क हाईजैकर द्वारा की जा सकता है। इस कारण से, टेलनेट रिमोट एडमिनिस्ट्रेशन के लिए प्रयोग से बाहर हो गया क्योंकि अब SSH जैसे नए सुरक्षित विकल्प मौजूद हैं।

SSH और संबंधित प्रोटोकॉल

SSH (Secure Shell) टेलनेट का एक सुरक्षित रिप्लेसमेंट है। यह स्नूपिंग के खतरों को रोकने के लिए पासवर्ड और Keys सहित पूरे सेशन को एन्क्रिप्ट करता है। आज यह इंटरनेट पर रिमोट एडमिनिस्ट्रेशन के लिए डिफ़ॉल्ट प्रोटोकॉल बन गया है।

दूसरे सुरक्षित विकल्पों में SSL (Secure Sockets Layer) शामिल है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से HTTPS वेब ट्रैफ़िक एन्क्रिप्शन के लिए किया जाता है। IPSec एक और नेटवर्क लेयर प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग गेटवे या फ़ायरवॉल के बीच संचार को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है।

Telnet का इतिहास

1960 के दशक के अंत में ARPANET पर हो रहे कार्यों के फलस्वरूप टेलनेट का पहला संस्करण वजूद में आया। क्योकि उस वक्त कंप्यूटर उपयोगकर्ताओं को विभिन्न प्रकार के कंप्यूटरों को रेमॉटली कनेक्ट करने की आवश्यकता थी।

कम्प्यूटरों को रेमॉटली जोड़ने के कार्य में आगे बढ़ते हुए शोधकर्ताओं ने 1971 में टेलनेट प्रोटोकॉल के लिए पहला प्रस्ताव विकसित किया और आगे चलकर 1983 में टेलनेट के पहले संस्करण को जारी किया गया। तब से लेकर टेलनेट को कई बार संशोधित किया गया है।

यह ARPANET के बाद भी इंटरनेट में मुख्य अनुप्रयोगों में से बन गया। 1980-90 के दशक में, टेलनेट यूनिक्स/ लिनक्स सिस्टम तक रिमोट एक्सेस के लिए व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता था। 90-2000 के दशक के अंत आते आते दूसरे सिक्योर प्रोटोकॉल्स जैसे SSH प्रयोग किये जाने लगे, जिसने टेलनेट की लोकप्रियता को कम कर दिया। हालाँकि अभी भी टेलनेट प्रयोग में है, लेकिन प्लेन टेलनेट एक्सेस अब आम तौर पर सुरक्षा कारणों के चलते प्रयोग नहीं किया जाता है।

निष्कर्ष

अधिक सुरक्षित विकल्पों के विकास के बावजूद Telnet आज भी नेटवर्किंग में प्रयोग किये जा रहे हैं। आशा करते है की इस लेख में बताई गई जानकारियां आपके लिए उपयोगी है।

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