क्या आप ब्लॉग्गिंग या वेबसाइट शुरू करने का विचार कर रहे हैं और चाहते हैं कि कोड करने के तरीके जाने बिना आपकी वेबसाइट की सामग्री को आसानी से प्रबंधित करने का कोई तरीका हो? ऐसे में CMS आपकी मदद कर सकता है! इस लेख में, हम जानेंगे की CMS क्या है, इसके उपयोग करने के फायदे, और कुछ लोकप्रिय CMS विकल्प क्या हैं।
Table of contents
CMS क्या है?
CMS का पूरा नाम Content Management System हैं। यह एक सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन होता है जो की वेबसाइट पर डिजिटल सामग्री बनाने, संपादित करने और प्रबंधित करने की सुविधा देता है। यानि की CMS की सहायता से वेबसाइट पर डेटाबेस में सामग्री संग्रहीत (store), प्रकाशित (publish), डिलीट और संशोधित (modify) कर सकते हैं।
CMS में आसान इंटरफ़ेस होता है जो यूजर को तकनीकी विशेषज्ञता या कोड करने की आवश्यकता के बिना अपनी वेबसाइट की सामग्री में बदलाव करने जैसी सुविधाएँ देती हैं। CMS प्लेटफार्म के साथ, वेबसाइट के टेक्स्ट, इमेज, वीडियो और अन्य मल्टीमीडिया सामग्री को आसानी से अपडेट किया जा सकता है।
CMS के प्रकार
CMS मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं:
- Open-source CMS
- Proprietary CMS
- Software as a Service (SaaS) CMS
Open-source CMS
ओपन सोर्स CMS पूरी तरह से मुफ्त होते हैं और उपयोगकर्ताओं को इनके सोर्स कोड को स्वतंत्र रूप से संशोधित और distribute करने की अनुमति होती है।
ओपन सोर्स CMS के उदाहरण
- वर्डप्रेस
- Joomla
- Drupal
- Magento
Proprietary CMS
Proprietary CMS, लाइसेंसिंग शुल्क के साथ आते है और इन्हे केवल कंपनी द्वारा ही बनाया और मैनेज किया जाता है यानि की इनके सोर्स कोड का एक्सेस सीमित होता है।
Proprietary CMS के उदाहरण
- Sitecore
- Adobe Experience Manager (AEM)
Software as a Service (SaaS) CMS
SaaS CMS एक सॉफ्टवेयर वितरण मॉडल होता है जहां सॉफ्टवेयर को लोकल कंप्यूटर या सर्वर पर स्थापित करने के बजाय इंटरनेट पर होस्ट करके उसे सर्विस के रूप में वितरित किया जाता है। SaaS CMS के साथ अपनी वेबसाइट की सामग्री को ऑनलाइन एक्सेस और मैनेज कर सकते हैं।
कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम (CMS) के लाभ
कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम का उपयोग करने के लाभ:
- Easy to Use: CMS को यूजर फ्रेंडली बनाया गया होता है, ताकि नए उपयोगकर्ताओं के लिए अपनी वेबसाइट का प्रबंधन करना आसान हो।
- Flexible: CMS में वेबसाइट के डिजाइन, कार्यक्षमता (functionality) और विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कई कस्टमाइजेशन विकल्प मौजूद होते हैं।
- Scalability: सीएमएस को बढ़ते व्यवसाय के साथ वेबसाइट का विस्तार करने के लिए आप आसानी से इसमें नई सुविधाओं को जोड़ सकते हैं।
- Cost-Effective: सीएमएस अक्सर कस्टम-निर्मित वेबसाइटों की तुलना में अधिक किफायती होते हैं, क्योंकि उन्हें कम development और maintenance. की आवश्यकता होती है।
- SEO Friendly: अधिकतर CMS में वेबसाइट की सर्च इंजन रैंकिंग को बेहतर बनाने के लिए keyword research और optimization tools जैसे SEO सुविधाएँ पहले से उपलब्ध होते हैं।
Content Management System (CMS) के उदाहरण
लोकप्रिय कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम (CMS) के प्रमुख उदाहरण:
- वर्डप्रेस: वर्डप्रेस सबसे लोकप्रिय सीएमएस है, जो की इंटरनेट पर उपलब्ध 43.1% से भी अधिक वेबसाइटों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। इसमें थीम, प्लगइन्स और कस्टमाइजेशन विकल्पों जैसी अनेकों खासियतें उपलब्ध है।
- Joomla: Joomla भी वर्डप्रेस की तरह ही एक मुफ्त और ओपन-सोर्स सीएमएस है जो की वेबसाइट बनाने के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करता है।
- Drupal: Drupal एक लोकप्रिय CMS है जो अपने robust feature set और customization विकल्पों के लिए जाना जाता है। यह अक्सर बड़े संगठनों और उद्यमों द्वारा उपयोग किया जाता है। Drupal को सबसे सुरक्षित CMS के रूप में भी जाना जाता है, यही वजह है की इसका इस्तेमाल Oxford, NASA और Tesla जैसे संस्थानों द्वारा किया जाता है।
- Magento: Magento सबसे लोकप्रिय ई-कॉमर्स CMS के रूप में जाना जाता है। इसमें ई-कॉमर्स वेबसाइट के लिए बेहतर सुविधाएँ होती हैं।
- Shopify: Shopify सबसे लोकप्रिय ई-कॉमर्स सीएमएस में से एक है।
निष्कर्ष
CMS ब्लॉग या वेबसाइट की सामग्री को आसानी से प्रबंधित करने के लिए एक बहुत ही उपयोगी टूल है। अगर आप नया ब्लॉग या वेबसाइट बनाना चाहते हैं तो CMS आपको अपनी वेबसाइट को अगले स्तर पर ले जाने में मदद कर सकता है।
सम्बंधित प्रश्न
वेबसाइट बिल्डर टूल आपको बिना किसी कोडिंग कौशल के वेबसाइट बनाने और डिज़ाइन करने में मदद करता है। दूसरी ओर, एक CMS, आपको अपनी वेबसाइट पर सामग्री का प्रबंधन करने की सुविधा देता है।
नहीं, प्रत्येक CMS में अलग-अलग सुविधाओं के सेट होते है, इसलिए वही CMS चुने जो आपकी विशिष्ट आवश्यकताओं पूरा कर सके।
एक CMS से दूसरे में स्विच करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन टूल्स का उपयोग करके किया जा सकता है। ऐसी स्थितिओं से बचने के लिए शुरुवात में वही CMS चुने जो आपको आवश्यक सुविधाएँ प्रदान कर सके।
नहीं, सभी CMS एसईओ फ्रेंडली टूल प्रदान नहीं करते हैं। हालाँकि, कुछ सीएमएस, जैसे वर्डप्रेस और जूमला, सर्च इंजन रैंकिंग को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए सामान्य सुविधाएँ प्रदान करते हैं। इनके अलावा आप इनमे SEO प्लगिन्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।