OCR क्या है? कैसे काम करता है और इसके उपयोग

क्या आप जानत है OCR क्या हैं? यह तकनीक दशकों से वजूद में है, लेकिन हर कोई इस बात से अवगत नहीं है कि यह क्या है और हमें कैसे लाभ पहुंचा सकता है। दस्तावेजों को डिजिटल रूप में बदलने, एडिट और मैनेज करने में ओसीआर आपका समय बचा सकता है।

इस लेख में, हम ओसीआर के बारे में विस्तार से जानेंगे, की यह कैसे काम करता है, इसके लाभ और इसके अनुप्रयोग क्या हैं।

OCR क्या है?

OCR यानी Optical Character Recognition एक ऐसी तकनीक है जो कंप्यूटर सिस्टम को इमेज में मौजूद टेक्स्ट को पढ़ने और समझने में मदद करती है। ओसीआर की मदद से कंप्यूटर आसानी से हैंडराइटिंग एवं टाइप किए गए टेक्स्ट को समझ सकता है।

ओसीआर, स्कैन किए गए टेक्स्ट डॉक्यूमेंट की पहचान कर उसे वर्ड प्रोसेसिंग टेक्स्ट में बदलता है ताकि उसे कंप्यूटर में एडिट किया जा सके। हाथ से लिखे गए पुराने लेख को पढ़ने के लिए भी OCR सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है।

OCR कैसे काम करता है?

OCR के Fonts कंप्यूटर में स्टोर रहते हैं जिन्हें OCR स्टैण्डर्ड कहते हैं, इनमें letter, number और special symbol होते हैं, जिनकी सहायता से OCR किसी भी फोटो या लेख में टेक्स्ट को आसानी से समझ और पढ़ लेता है।

OCR उपकरण किसी भी टेक्स्ट को पढ़ने के लिए प्रकाश स्रोत का उपयोग करती है तथा टेक्स्ट को विद्युतीय संकेतों में परिवर्तित करके कंप्यूटर को प्रोसेसिंग के लिए भेज देता है।

आज के समय में Optical Character Recognition इतना एडवांस हो चुका है कि यह किसी के भी द्वारा लिखे गए लेख को आसानी से समझ सकता है तथा अगर किसी की हैंडराइटिंग खराब है तो यह उसे भी सरलता पूर्वक समझ और पड़ सकता है।

OCR का उपयोग

Optical Character Recognition टेक्नोलॉजी आज के समय में काफी उपयोगी हो गयी है। इसके सफल उपयोग से लोगों को समय बचाने में मदद मिलती है। निम्नलिखित में OCR के कुछ मुख्य उपयोग हैं –

1. Data Entry

OCR टेक्नोलॉजी का सबसे मुख्य उपयोग डेटा एंट्री के लिए होता है। यह टेक्नोलॉजी स्कैन डेटा में से टेक्स्ट को पहचानती है और इसे आपके सिस्टम में ऑटोमेटिकली एंटर करती है। इससे टाइपिंग की जरूरत नहीं होती है जो समय बचाता है और संभावित त्रुटियों को कम करता है।

2. Banking

OCR टेक्नोलॉजी का उपयोग बैंकिंग सेक्टर में भी होता है। जब बैंक में एक डॉक्युमेंट सबमिट किया जाता है, जैसे कि एक चेक, तो OCR टेक्नोलॉजी स्कैन करके चेक पर मौजूद सभी डेटा एंट्री करती है। इससे बैंक कर्मचारियों को समय की बचत होती है।

3. e-Commerce

OCR टेक्नोलॉजी ई-कॉमर्स सेक्टर में भी उपयोग होती है। उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यक्ति एक बुक या कुछ भी ऑनलाइन खरीदारी करता है तो, OCR टेक्नोलॉजी ऑर्डर के डेटा से टेक्स्ट उत्पन्न करती है और ऑर्डर प्रोसेसिंग में मदद करती है।

4. Softcopy

OCR टेक्नोलॉजी की मदद से किताबों को कंप्यूटर में सॉफ्ट कॉपी के रूप में स्टोर किया जा सकता है।

5. Handwriting recognition

OCR टेक्नोलॉजी की सहायता से किसी के भी द्वारा हाथ से लिखे गए लेख को आसानी से कंप्यूटर में डॉक्यूमेंट बनाकर स्टोर किया जा सकता है। अगर किसी लेख में हैंडराइटिंग अच्छी नहीं है तो भी यह हैंडराइटिंग अच्छी तरह से समझ सकता है।

OCR के फायदे

OCR टेक्नोलॉजी के कई फायदे हैं, नीचे कुछ मुख्य फायदे बताए गए हैं –

  1. समय की बचत – OCR टेक्नोलॉजी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे समय की बचत होती है। कुछ ही सेकंड में OCR टेक्नोलॉजी से कई पेजों का टेक्स्ट स्कैन किया जा सकता है, जबकि इस काम को मैन्युअल रूप से किया जाए तो कई घंटे लग सकते है।
  2. ट्रैकिंग और निगरानी – OCR टेक्नोलॉजी का दूसरा बड़ा फायदा है कि इससे ट्रैकिंग और निगरानी में आसानी होती है। टेक्स्ट फाइलों के साथ काम करने और उन्हें अन्य सॉफ्टवेयरों में एक्सपोर्ट करना भी आसान होता है।
  3. अक्षर श्रृंखला जांच – OCR टेक्नोलॉजी के माध्यम से टेक्स्ट को डिटेक्ट करने के बाद, उपयोगकर्ता अक्षर श्रृंखला को भी जांच सकते हैं। अगर किसी लेख में अक्षर खराब है तो यह उसे आसानी से समझ लेता है।

OCR के नुकसान

  1. अनुचित पहचान – OCR टेक्नोलॉजी अक्सर कम गुणवत्ता के फोटो या स्कैन विवरणों में अनुचित पहचान कर सकती है। इससे अशुद्ध डेटा उत्पन्न होता है जो कि उद्योगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
  2. संसाधनों की जरूरत – OCR टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के लिए उचित संसाधनों की आवश्यकता होती है जैसे कि उच्च क्वालिटी डिवाइस।
  3. स्पष्टता में कमी – OCR टेक्नोलॉजी ने जिस तरह से उपयोगकर्ताओं को आसानी से टेक्स्ट बनाने की सुविधा प्रदान की है, वहीं कुछ मामलों में इसकी स्पष्टता में कमी हो सकती है।

OCR का भविष्य

ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन तकनीक का भविष्य बहुत उज्ज्वल है। इसके साथ, आगे जाकर OCR सिस्टम और सॉफ्टवेयर को बेहतर बनाया जाएगा जो अधिक दक्षता और एक्यूरेसी प्रदान करेंगे।

OCR सिस्टम के लिए डीप लर्निंग टेक्नोलॉजी के उपयोग से आने वाले दिनों में OCR सॉफ्टवेयर को अधिक अच्छी तरह से ट्यून किया जा सकता है जिससे उसमें अधिक दक्षता और सुगमता प्रदान की जा सकेगी।

OCR सिस्टम के उपयोग स्थानों में भी वृद्धि की जा रही है, जैसे डिजिटल लाइब्रेरी, आईटी सेक्टर, वित्तीय सेवाओं, स्कैनिंग और फ़ोटोकॉपी विभाग आदि। OCR सिस्टम लगातार विस्तृत होता जाएगा और अभिज्ञता (awareness) के साथ अधिक उद्योगों में उपयोग किया जाएगा।

FAQs

OCR का पूरा नाम क्या है?

OCR का पूरा नाम Optical character recognition है।

OCR का आविष्कार कब हुआ था?

OCR का आविष्कार 1974 में Ray Kurzweil द्वारा ‘omni-font OCR’ के रूप में हुआ था।

क्या MICR और OCR एक सामान है?

लोग अक्सर MICR और OCR को लेकर उलझन में रहते है। OCR, इमेज और पीडीऍफ़ में मौजूद टेक्स्ट को पढ़ने के लिए उपयोग किया जाता है। जबकि MICR विशेष रूप से चुंबकीय स्याही के साथ मुद्रित कैरेक्टर्स को पढ़ने के लिए डिज़ाइन किया गया है। MICR को वित्तीय लेनदेन के लिए सुरक्षित तरीका माना जाता है।

निवेदन – उम्मीद है कि आपको यह लेख (OCR क्या है? – what is OCR (Optical Character Recognition) in computer in Hindi) जरूर पसंद आया होगा।

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