Data क्या है? परिभाषा, प्रकार, और सूचना के बीच अंतर?

21 वीं सदी में, ‘डेटा’, ‘सूचना’, ‘एनालिटिक्स’ और ‘बिग डेटा’ जैसे शब्द बहुत आम हैं। फिर भी, हम में से कितने वास्तव में समझते हैं कि इनका क्या मतलब है? इस ब्लॉग का उद्देश्य डाटा क्या है, यह कैसे संग्रहीत होती है, सुचना और डाटा में अंतर, इसके प्रकारों और परिभाषाओं के माध्यम से आपका मार्गदर्शन करना है।

डेटा की परिभाषा (The Definition of Data)

डाटा शब्द की उत्पत्ति लैटिन शब्द ‘डेटम (datum)’ से हुआ है जिसका अर्थ होता है, ‘कुछ दिया गया (something given)’, डेटा raw facts, आंकड़ों और सूचनाओं का अव्यवस्थित संकलन है। यह विभिन्न प्रारूपों में हो सकते हैं, जैसे numbers, words, और symbols से लेकर images और sounds तक। इनमें से प्रत्येक किसी तथ्य और नॉलेज के हिस्से को दर्शाता है।

डाटा के प्रकार

वैसे तो डाटा कई प्रकार के होते हैं, लेकिन इस मुख्य रूप से दो प्रकार में विभाजित किया जा सकता है:

  1. संख्यात्मक डाटा (Numerical data)
  2. अक्षर संख्यात्मक डाटा (Alphanumeric data)

संख्यात्मक डाटा (Numerical data) क्या है?

यह 0 से लेकर 9 तक के अंकों से बना डाटा होता है। इस प्रकार के डाटा का प्रयोग अंकगणितीय क्रियाएं में किया जा सकता है। उदहारण के लिए संस्थाओं में कर्मचारियों का वेतन और स्कूल में विद्यार्थियों का प्राप्तांक।

अक्षर संख्यात्मक डाटा (Alphanumeric data) क्या है?

यह वर्णमाला के सभी अक्षरों, अंकों और चिह्नों से मिलकर बना डाटा है। चूँकि इसमें अक्षर शामिल होते इसलिए इसका प्रयोग अंकगणितीय क्रियाएं में नहीं किया जा सकता है। लेकिन, इस डाटा में तुलना (compare) किया जा सकता है। जैसे – विद्यार्थियों की जानकारियां।

डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) क्या है?

किसी डाटा का उपयोगिता या आवश्यकता के अनुसार किये जाने वाले विश्लेषण को डाटा प्रोसेसिंग कहते है।

तथ्यों का संकलन → डाटा → डाटा प्रोसेसिंग → सूचना

इलेक्ट्रानिक डाटा प्रोसेसिंग (Electronic Data Procesing)

इलेक्ट्रानिक विधि से डाटा का विश्लेषण करना इलेक्ट्रानिक डाटा प्रोसेसिंग कहलाता है।

सूचना (Information) क्या है?

डाटा की आवश्यकताओं के अनुसार विश्लेषण और संकलन करने के बाद प्राप्त तथ्यों को ही सूचना कहा जाता हैं। अर्थात, डाटा अव्यवस्थित तथ्य होते है जिन्हे प्रोसेस करने से प्राप्त व्यवस्थित डाटा या प्रयोग के लिए उपयोगी डाटा को ही सुचना कहते हैं।

सूचना प्राप्ति (Information Retrieval)

आवश्यकताओं के अनुसार किसी विशिष्ट सुचना को पुनः प्राप्त या जानकारी लेने की विधि को सूचना प्राप्ति कहते है।

Data और Information में अंतर

कंप्यूटर में डाटा कोई भी ऐसी सामग्री या raw facts होता है जिसे प्रोसेस किया जाता है। यह शब्द, अंक या मिश्रित भी हो सकता है। डाटा को प्रक्रिया (processing) करने पर या infromation (सूचनाओं) में परिवर्तित हो जाता है अर्थात Input data को प्रोसेस करने से जो आउटपुट प्राप्त होता है उसे information कहते है।

इस प्रकार data, सूचनाओं का आधार है सुचना हमारे जानकारी या ज्ञान में वृद्धि करता है। अतः जानकारी (knowledge) का आधार Information होती है। इस प्रकार ये तीनों ही आपस में परस्पर निर्भर करते हैं।

डेटा कैसे संग्रहीत किया जाता है?

डेटा स्टोरेज सिस्टम हमें एक संरचित ढांचा प्रदान करते हैं जो यह सुनिश्चित करता है कि हमारे द्वारा प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले विशाल मात्रा में डेटा आसानी से सुलभ, सुव्यवस्थित और सुरक्षित हो। इसके अलावा, क्लाउड स्टोरेज के आ जाने से, डाटा स्टोरेज और भी सुलभ हो गया है।

डेटा भंडारण का सबसे आम तरीका फ़ाइल स्टोरेज है, जिसमें डेटा को फ़ाइलों में सहेजा जाता है और फ़ोल्डरों में व्यवस्थित होता है।

वंही, आज की हाई-टेक दुनिया में, हमारे पास डेटाबेस स्टोरेज सिस्टम है, जो डेटा स्टोर करने का एक बेहतर तरीका है। जिसमें विशाल स्प्रेडशीट की तरह, डेटा पंक्तियों और स्तंभों में संग्रहीत होता है, जिसमें तेजी से जानकारियां खोज, डिलीट और विश्लेषण की जा सकती है। डेटाबेस में डाटा को सम्बंधित जानकारियों के साथ तालिकाओं में व्यवस्थित किया जाता है।

Data का महत्व

तेजी से विकसित हो रहे इस डिजिटल युग में, डाटा का महत्वपूर्ण योगदान है। आज नीतिगत निर्णय लेने से लेकर सार्वजनिक सेवाओं और आर्थिक स्थिति की निगरानी के लिए संस्थाएं और सरकारें डेटा को एक महत्वपूर्ण टूल के रूप में इस्तेमाल करती हैं।

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