ई बुक्स, ऑनलाइन बिल्स, ई लर्निंग पाठ्यक्रम और दूसरी जरुरी दस्तावेज साझा करने के लिए पीडीऍफ़ को सबसे अच्छा फाइल फॉर्मेट माना जाता है, क्योकि इसमें डाक्यूमेंट्स का लेआउट और क्रम जैसा तैयार किया जाता है वैसा ही सभी डिवाइस में दिखाई देता है। और यही कारण है की इंटरनेट से डाउनलोड की जानें वाली अधिकांश डॉक्यूमेंट फाइलें पीडीऍफ़ में बनी होती है।
कभी कभार हमें किन्ही कारणों से JPG, PNG जैसे प्रकार के फोटो और इमेज को पीडीएफ में बदलने की आवयश्यकता पड़ जाती है इसलिए फोटो को पीडीएफ कैसे बनाये? लेख जरूर पढ़ें। तो आइये जानें PDF क्या है?
PDF क्या है ?
PDF का पूरा नाम Portable Document Format, यह एक डॉक्यूमेंट प्रारूप है जो .PDF एक्सटेंशन में होता है। इसे एडोबी कंपनी ने साल 1990 के दशक में बनाया था। जो साल 1993 से इस्तेमाल के लिए उपलब्ध हो गया । लेकिन इसे ऑफिसियली साल 2008 में 1 जुलाई को रिलीज़ किया गया।
इसमें दस्तावेज की जानकारी इलेक्ट्रॉनिक इमेज के रूप में सुरक्षित होती है इसलिए इसे दूसरे डिवाइस पर देखने में उसके क्रम और लेआउट में कोई भी बदलाव नहीं होता। तथा इसमें टेक्स्ट, इमेजेस, वीडियोस, रंग, हाइपरलिंक, ग्राफ्स जैसी दूसरी जानकारी शामिल की जा सकती। इसकी सबसे महत्वपूर्ण खासियत होती है फॉण्ट प्रकार को अपने में समाहित करने की। और यह प्रिंट के लिए भी अच्छा होता है।
माइक्रोसॉफ्ट वर्ड जैसी दूसरी वर्ड प्रोसेसर से बनाई गए फाइलों को दूसरे डिवाइस में देखने पर उसके प्रारूप में बदलाव देखे जा सकते है। ये परेशानी बहुत सी कारणों से होता है जैसे दूसरे कंप्यूटर में उसी तरह का फॉण्ट न होना, वही सॉफ्टवेयर न होना, आदि। इसलिए इन दिक्कतों को दूर करने के लिए पीडीऍफ़ का अविष्कार किया गया। उम्मीद है आपको PDF क्या होता है? समझ आ गया होगा।
PDF का पूरा नाम क्या है?
पीडीऍफ़ का पूरा नाम है Portable Document Format . इसे बनाने का उद्देश्य ऐसे डोक्युमेंट प्रारूप से था जिसमे रिच डॉक्यूमेंट फीचर हो, सुरक्षित हो, बाद में बदलाव न किया जा सके, सभी डिवाइस में एक सा प्रदर्शन हो और प्रिंट करने के लिए भी उपयुक्त हो सके।
पीडीऍफ़ के फायदे
- Small file size – यह हमारे स्मार्टफोन कम्प्यूटर्स में एक डाक्यूमेंट्स के रूप में बहुत स्टोरेज बचाता है। इसमें हाई क्वालिटी इमेज, ग्राफ्स आदि होने के बावजूद यह बहुत काम साइज का होता है।
- Secure – पीडीऍफ़ को पासवर्ड से भी सुरक्षित किया जा सकता है।
- Non-text elements – इसमें टेक्स्ट के अलावा भी दूसरे नॉन टेक्स्ट एलिमेंट्स जैसे इमेजेस, हाइपरलिंक, रंग, ग्राफ्स फीचर्स होते है।
किसी भी प्रकार के इमेज फाइलों को PDF में कन्वर्ट करने पर सोशल मीडिया या इंटरनेट पर भेजने के दौरान होने वाले कंप्रेशन से उसके क्वालिटी को सुरक्षित रखा जा सकता है। यदि आपको कभी अपने इमेज फाइल को पीडीऍफ़ में बदलने की जरुरत पद जाए तो “JPG फाइल को PDF में कैसे convert करें” लेख आपके काम आ सकती है।
पीडीएफ फाइल कैसे खोले
इसे किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम वाले कम्प्यूटर और मोबाइल फ़ोन्स में बड़ी ही आसानी से खोल सकते है। पीडीऍफ़ फाइल को खोलने के लिए किसी भी पीडीऍफ़ रीडर ऍप और सॉफ्टवेयर इस्तेमाल का किया जा सकता है। लेकिन PC में सबसे ज्यादा Adobe Acrobat Reader सॉफ्टवेयर का प्रयोग होता है। और कई कंप्यूटर वेब ब्राउज़र पर भी पीडीऍफ़ को खोला जा सकता है। पीडीऍफ़ फाइलों को ई-रीडर में भी पढ़ा जा सकता है।