कंप्यूटर पर किसी भी कार्य को करने या करवाने के लिए प्रोग्राम की जरूरत होती है। कंप्यूटर के अंदर चाहे जितनी भी कार्य करने की क्षमता क्यों न हो पर कंप्यूटर अपने आप से कुछ भी नही कर सकता है।
एक कंप्यूटर अपने आप तब तक कुछ नहीं करेगा जब तक उसे सही तरीके से इंस्ट्रक्शन न दिया जाए। दोस्तो यहां पर हम आपको कंप्यूटर प्रोग्राम से जुड़ी हुई सभी जानकारी देंगे। अगर आपको कंप्यूटर प्रोग्राम के बारे में जानकारी चाहिए तो इस लेख को पूरा पढ़ें।
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कंप्यूटर प्रोग्राम क्या है?
कंप्यूटर के द्वारा किसी भी विशेष कार्य को करवाने के लिए कंप्यूटर को दिए जाने वाले निर्देशों के सेट को कंप्यूटर प्रोग्राम कहा जाता है। अगर आपको कंप्यूटर से कोई भी कार्य करवाना है, तो उसे उसकी भाषा यानी Machine Language में ही कमांड देना होगा। इन निर्देशों को कंप्यूटर की भाषा यानी प्रोग्रामिंग भाषा में लिखे जाते है। प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कंप्यूटर के लिए डिज़ाइन किया गया औपचारिक भाषा है जिसे कंप्यूटर समझ पाता है।
दूसरे शब्दों में प्रोग्राम का अर्थ है कंप्यूटर के द्वारा Execute किये जानें वाले सीरीज ऑफ कमांड्स। इन कमांड्स का उद्देश्य कंप्यूटर को निर्देशित करना होता है कि आगे क्या करना है।
प्रोग्राम के प्रकार
एक कंप्यूटर प्रोग्राम में नियम और निर्देश होते है। मुख्य रूप से कंप्यूटर प्रोग्रामदो प्रकार के होते है:
- Application Programs
- Word processors
- Spreadsheets
- Data base systems
- Graphics programs
- Game programs
- Web browsers
- Systems Programs
- Operating system
- Database system
- Networking system
- Programming language software
- Web site server
- Data backup
प्रोग्राम कैसे काम करता है?
दोस्तों किसी भी प्रोग्राम को देखकर ये जानना की वह कैसे काम करता है बहुत आसान है, किसी भी कंप्यूटर प्रोग्राम के लिए जरूरी है की उसको आप उसी की भाषा में कमांड दे। कंप्यूटर को जो भाषा समझ में आती उसे हम बाइनरी लैंग्वेज कहते है। और हम कंप्यूटर को जिस भाषा में कमांड देते है वो प्रोग्रामिंग लैंग्वेज होती है जिसे कोडिंग की भाषा भी कहा जाता है।
उदाहरण के लिए python, java, C++, इत्यादि। हमे कंप्यूटर को किसी भी चीज को समझाने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम लिखना पड़ता है। ये पूरा प्रोग्राम कंप्यूटर अपने भाषा यानी की बाइनरी लैंग्वेज में कन्वर्ट करता है और उसको समझने के बाद उस पर प्रतिक्रिया देता है। इसी तरह से एक प्रोग्राम बनता है और इसी तरह से एक कंप्यूटर प्रोग्राम काम करता है।
प्रोग्रामिंग की विशषेताएं
Understandable: किसी भी प्रोग्राम को जब भी बनाया जाता है तो सबसे जरूरी होता ही की वो समझने योग्य हो। इसका मतलब यह है कि जो भी व्यक्ति प्रोग्राम पर कार्य करे, उसे उस कार्य को करते समय अलग अलग indexes से इनफॉर्मेशन मिलता रहे।
उदाहरण के लिए प्रोग्राम में अगर किसी स्थान पर address को इनपुट करना है तो, उसका address detail या इसके समान ही कुछ होना चाहिए। ताकि व्यक्ति को यह समझ में आ जाए की उस स्थान पर address को इनपुट करना है।
Affordability: किसी भी प्रोग्राम के लिए जरूरी होता है की वहा various source से data और information को इकठ्ठा करने के काबिल हो।
Accuracy: दोस्तो किसी भी प्रोग्राम के लिए जरूरी है की वह अपने objective (उद्देश्य) को पूरा करने में अपने इच्छित रिजल्ट को प्राप्त करने के प्रोसेस और इंस्ट्रक्शन के लिए सटीक हो। ताकि जब भी कोई व्यक्ति प्रोग्राम पर कार्य करते हुए गलत इनपुट डाल दे तो उसे पता लग जाए की उसके द्वारा गलती हुई है।
Trustworthy: किसी भी प्रोग्राम के लिए जरूरी है की वह भरोसेमंद हो। अगर कोई व्यक्ति प्रोग्राम पर कार्य करते हुए गलती कर दे तो तुरंत ही उसके सामने आ जाए। जिससे की व्यक्ति अपने गलती को तुरंत ठीक कर सके।
Comfortable: दोस्तो किसी भी प्रोग्राम के लिए जरूरी है की वह दूसरे व्यक्ति के कार्य करने के लिए आराम दायक हो। और उसके अंदर दिए हुए सभी इंस्ट्रक्शन इस तरह से क्रमबद्ध हो की उसपर कार्य करने पर किसी भी तरह को परेशानी न हो।
प्रोग्राम कैसे बनाए जाते हैं?
एक कंप्यूटर प्रोग्राम को कोडिंग की मदद से बनाया जाता है। अगर आपको किसी भी तरह के प्रोग्राम को बनाना है तो उसके लिए आपको कोडिंग लैंग्वेज की जानकारी होनी जरूरी है। कोडिंग लैंग्वेज को प्रोग्रामिंग की लैंग्वेज भी कहते है।
कोडिंग लैंग्वेज के बहुत से प्रकार होते है जैसे की java, C++, python इत्यादि। इसी के साथ सभी कोडिंग लैंग्वेज के अलग अलग टूल्स होते है जिनपर ये कोडिंग लैंग्वेज काम करते है। इन सभी टूल का इस्तेमाल अलग अलग तरह के प्रोग्राम को बनाने के लिए किया जाता है।
प्रोग्राम लिखने के लिए जरूरी टूल्स
कंप्यूटर में किसी भी प्रोग्राम को बनाने के लिए प्रोग्रामिंग टूल्स की जरूरत होती है, अगर आपको एक कंप्यूटर प्रोग्राम बनाना है तो यहां पर हमने आपके लिए कुछ प्रोग्रामिंग टूल्स को बताया है। इनमे से कुछ को आप मुफ्त में इस्तेमाल कर सकते है और कुछ के इस्तेमाल के लिए आपको पैसे देने पड़ेंगे।
- HTML5 Builder
- Visual online
- Azure
- Kwatee
- Smartbear Collaborators
- Linx
- SQL sentry
प्रोग्राम में बग क्या होता है?
कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाते समय अक्सर कई बार कई सारी गलतियां हो जाती है, जिसके कारण प्रोग्राम में कई सारी परेशानियां आ जाती है। प्रोग्राम के अंदर ऐसी ही गलतियों को बग कहा जाता है, अगर इसकी परिभाषा देखेंगे तो वह इस तरह से होंगी –
किसी प्रोग्राम, सॉफ्टवेयर के अंदर एक ऐसी गलती जिसके कारण कंप्यूटर रिजल्ट्स अप्रत्याशित परिणाम देता हैं या इसके अनपेक्षित तरीके से व्यवहार करने का कारण बनता हैं। इसी को बग कहते है।
प्रोग्रामिंग भाषाओं के प्रकार
प्रोग्रामिंग की बहुत सी भाषाएं होती है। प्रोग्रामिंग भाषा को कोडिंग की भाषा भी कहते है। यहां पर हम आपको कुछ प्रोग्रामिंग भाषा के नाम बता रहे है।
- Javascript
- C
- Python
- Java
- Php
- C++
प्रोग्रामिगं में करियर के अवसर
आज के समय में प्रोग्रामिंग के अंदर बहुत सारे करियर के अवसर है। आज के समय में अगर आप एक कंप्यूटर प्रोग्रामर बन जाते है, तो आपको समाज में बहुत इज्जत की नजरों से देखा जाता है, इसके अलावा आज का समय आधुनिकता का है और हर एक चीज डिजिटल होती जा रही है। ऐसे डिजिटल युग में अच्छे कंप्यूटर प्रोग्रामर्स की बहुत जरूरत है।
इसके अलावा एक कंप्यूटर प्रोग्रामर की सैलरी भी बहुत ज्यादा होती है और ऐसे में अगर आप एक अच्छे कंप्यूटर प्रोग्रामर बन जाते है तो आप एक साल में करोड़ों रुपए कमा सकते है। इसके अलावा आपको विदेशो में बड़ी बड़ी कंपनियो में जॉब्स के भी ऑफर भी मिल सकते है। इसके अलावा आप अपने देश में भी रहकर काम कर सकते है। यहां हम आपको प्रोग्रामिंग के अंदर करियर के कुछ ऑप्शन को बता रहे है –
प्रोग्रामिंग में करियर विकल्प:
- Data science
- Database Administrator
- Data analysis
- Web development
- Front-end web development
- Computer security
- Computer network
- Mobile app development
- Cloud computing
- Business intelligence
- User interface design
- Quality Assurance
- Systems engineering
- Computer and Information Systems Managers
- Computer Programmer
- Web Developer
- Engineer
- Video game developer
- Computer Systems Analyst
- Java Developer
- Computer hardware engineer
- Analyst
- Software Architect
FAQs
Programming language तीन प्रकार के होते हैं – Low Level, Mid Level और High-Level Programming Language.
कंप्यूटर मशीनी भाषा (Machine Language) को समझता है।
निवेदन – उम्मीद है कि आपको यह लेख (कंप्यूटर प्रोग्राम क्या है ? – what is computer program) जरूर पसंद आया होगा।
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