SIM कार्ड दशकों से मोबाइल फोन का अनिवार्य घटक रहा हैं और प्रौद्योगिकी में विकास के साथ साथ ये भी विकसित हुए हैं। इस लेख में हम जानेंगे की सिम कार्ड क्या है, इसके प्रकार, और यह कैसे काम करता है।
सिम कार्ड क्या है?
SIM यानी “Subscriber Identity Module” कार्ड छोटे, आयताकार कार्ड होते हैं जो मोबाइल उपकरणों को सेलुलर नेटवर्क से कनेक्ट करने और विभिन्न मोबाइल सेवाओं को प्राप्त करने में सक्षम बनाते हैं। सिम कार्ड में ग्राहक की पहचान (subscriber’s identity), मोबाइल नंबर और दूसरी जरुरी जानकारियां संग्रहीत होती है।
आसान शब्दों में सिम कार्ड एक छोटा, निकाला जा सकने वाला कार्ड होता है जिसमें एक माइक्रोचिप और थोड़ी मात्रा में मेमोरी होती है। इसे सेलुलर नेटवर्क से कनेक्ट करने और वॉयस कॉल, टेक्स्ट मैसेज और डेटा कनेक्टिविटी जैसी मोबाइल सेवाओं के लिए स्मार्टफोन या टैबलेट जैसे मोबाइल डिवाइस में डाला जाता है।
सिम कार्ड के प्रकार
विभिन्न प्रकार के सिम कार्ड और उनके उपयोग:
- Full-Size SIM Card: यह दुनिया का सबसे पहला सिम कार्ड है जिसे साल 1991 में जारी किया गया था। इसका उपयोग उन दिनों लैंडलाइन कार्ड फ़ोन और शुरुवाती मोबाइल फ़ोन में किया जाता था। और इसमें केवल 5 SMS और 20 कांटेक्ट संग्रहित करने की क्षमता होती थी। यह आकार में आयताकार होता है और इसका आकार लगभग एक क्रेडिट कार्ड के बराबर होता है।
- Mini SIM Card: इसे Standard SIM कार्ड के रूप में भी जाना जाता है यह सबसे आम प्रकार का सिम कार्ड है जिसका उपयोग पहले मोबाइल उपकरणों में किया जाता था। इसे साल पहली बार साल 1996 में जारी किया गया था। यह आकार में आयताकार होता है और इसका आकार 15mm x 25mm होता है।
- Micro SIM Card: इस प्रकार का सिम कार्ड Standard IM Card से छोटा होता है और इसका उपयोग स्मार्टफोन सहित स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर्स जैसे छोटे उपकरणों में भी किया जाता है और इसका आकार 12mm x 15mm होता है। माइक्रो सिम को साल 2003 में जारी किया गया था और इसके साथ आने वाला पहला स्मार्टफोन iPhone 4 है।
- Nano SIM Card: यह सबसे छोटा प्रकार का सिम कार्ड होता है जिसे साल 2012 में लांच किया गया था। इसका आकार 8.8mm x 12.3mm होता है। नैनो सिम कार्ड का उपयोग नवीनतम स्मार्टफोन और अन्य मोबाइल उपकरणों में किया जाता है।
- IoT SIM Card: इस प्रकार का सिम कार्ड विशेष रूप से इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) उपकरणों जैसे स्मार्ट होम डिवाइस, वियरेबल्स, आदि के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- eSIM: eSIM का पूरा नाम एम्बेडेड सिम कार्ड है, eSIM एक डिजिटल सिम होती है जो सीधे डिवाइस के चिपसेट में एम्बेड किया जाता है। यानि की eSIM आपको SIM कार्ड के बिना मोबाइल सेवाओं को उपलब्ध करता है। eSIM सपोर्ट के साथ आने वाला सबसे पहला स्मार्टफोन गूगल पिक्सेल 2 है।
सिम कार्ड कैसे काम करता है?
जब एक सिम कार्ड को मोबाइल डिवाइस में डाला जाता है, तो यह रेडियो तरंगों के माध्यम से सेलुलर नेटवर्क के साथ संचार (communicate) करता है।
सभी सिम कार्ड में एक अद्वितीय पहचानकर्ता संख्या होती है, जिसे International Mobile Subscriber Identity (IMSI) के रूप में जाना जाता है, जिसका उपयोग ग्राहक को प्रमाणित करने और नेटवर्क से कनेक्ट करने के लिए किया जाता है।
जानें सिम कार्ड कैसे काम करता है,
- सिम कार्ड को मोबाइल डिवाइस में डाला जाता है।
- मोबाइल डिवाइस नेटवर्क से कनेक्ट करने के लिए निकटतम सेल टॉवर को एक अनुरोध भेजता है।
- सेल टॉवर ग्राहक को प्रमाणित करने के लिए सिम कार्ड पर एक संदेश भेजता है।
- सिम कार्ड अपने IMSI नंबर के साथ जवाब देता है, जिसे नेटवर्क द्वारा सत्यापित किया जाता है।
- एक बार ग्राहक प्रमाणित हो जाने के बाद, सिम कार्ड सेलुलर नेटवर्क के साथ एक कनेक्शन स्थापित करता है।
- मोबाइल डिवाइस अब वॉयस कॉल, टेक्स्ट मैसेज और डेटा कनेक्टिविटी जैसी विभिन्न मोबाइल सेवाओं का उपयोग कर सकता है।
निष्कर्ष
सिम कार्ड मोबाइल उपकरणों का एक छोटा लेकिन शक्तिशाली घटक है जो उपयोगकर्ताओं को सेलुलर नेटवर्क से जुड़ने और विभिन्न मोबाइल सेवाओं का लाभ लेने में मदद करता है। मोबाइल उपकरणों के लिए विभिन्न प्रकार के सिम कार्ड उपलब्ध हैं। इसलिए आज के दौर यह जानना अति आवश्यक हो गया है की मोबाइल संचार के पीछे की तकनीक सिम कार्ड क्या है और कैसे काम करता है।