कंप्यूटर सिस्टम में मॉनिटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसके बिना कंप्यूटर का उपयोग करना असंभव है, इसलिए मॉनिटर के बारे में विस्तार से जानना बहुत जरूरी है। इस लेख में हम जानेंगे कि मॉनिटर क्या है? और यह कितने प्रकार के होते हैं?
Table of contents
मॉनिटर क्या है? (what is monitor in hindi)
मॉनिटर एक आउटपुट डिवाइस होने के साथ-साथ कंप्यूटर का महत्वपूर्ण हार्डवेयर कंपोनेंट भी है। यह परिणाम घोषित करने वाला वीडियो आउटपुट डिवाइस है, कंप्यूटर से प्राप्त सभी सूचनाओं या डेटा को मॉनिटर स्क्रीन पर सॉफ्ट कॉपी के रूप में प्रदर्शित करता है। मॉनिटर को VDU (Visual Display Unit) के नाम से भी जाना जाता है।
कंप्यूटर मॉनिटर के उपयोग
मॉनिटर की मदद से ही हम कंप्यूटर में सभी कार्य कर पाते है क्योकि मॉनिटर स्क्रीन के बिना हमें कंप्यूटर में कुछ भी नहीं दिखाई देगा। इसकी मदद से ही गेमिंग, ईमेल भेजना रिसीव करना, डाटा एंट्री, वेब ब्राउज़िंग और व्यापर से जुड़े सभी कार्य किये जाते है।
- Gaming
- Data entry
- Word processing
- Web browsing
- Sending & Receiving emails
मॉनिटर कैसे काम करता है?
मॉनिटर में एक स्क्रीन होता है, जो मॉनिटर का डिस्प्ले एरिया होता है। उदाहरण के लिए, जब आप माउस को घुमाते हैं, तो माउस पॉइंटर भी मॉनिटर की स्क्रीन पर चलता हुआ दिखाई देता है।
इसके अलावा, मॉनिटर को HDMI केबल या VGA केबल के द्वारा सिस्टम यूनिट से जोड़ा जाता है, सिस्टम यूनिट में मौजूद वीडियो कार्ड की मदद से मौजूदा जानकारी को मॉनिटर तक पहुंचाया जाता है, तब मॉनिटर अपनी स्क्रीन पर जानकारी प्रदर्शित करता है। मॉनिटर बहुत तेजी से काम करता है, यह कंप्यूटर में चल रही सभी गतिविधियों को स्क्रीन पर तत्काल दिखाता है।
मॉनिटर के प्रकार (Types of Monitor in hindi)
मॉनिटर के प्रकारों को समझने के लिए, हमने उन्हें दो प्रमुख श्रेणियों में विभाजित किया है, डिस्प्ले के रंग और तकनीक के आधार पर मॉनिटर के प्रकार हैं –
डिस्प्ले के रंग के आधार पर मॉनिटर के प्रकार
कंप्यूटर मॉनिटर के डिस्प्ले रंग के आधार पर तीन अलग अलग प्रकार है :
- Monochrome Monitor
- Gray Scale Monitor
- Color Monitor
1. Monochrome Monitor
Monochrome Monitor एक ऐसा मॉनिटर है जो दो रंग में डिस्प्ले प्रदर्शित करता है। मॉनीटर के पिछले भाग में एक रंग होता है जबकि सामने दिखने वाले ऑब्जेक्ट का रंग कुछ और होता है। इस मॉनिटर को 1978 में बनाया गया था।
2. Gray Scale Monitor
यह मोनोक्रोम मॉनीटर के जैसा होता है, लेकिन इसमें काले और सफेद रंग का उपयोग किया जाता है। इस मॉनिटर में काले और सफेद रंग को मिलाकर कई शेड प्रदर्शित किए जाते हैं। इस मॉनिटर का स्क्रीन ब्लैक एंड वाइट दिखता है।
3. Color Monitor
Color Monitor में लाल, हरा और नीले रंग का उपयोग किया जाता है, इन तीनों रंगो को मिलाकर अन्य रंग प्रदर्शित किए जाते हैं। यह 16, 32 या 256 रंगों में डिस्प्ले प्रदर्शित करता है, इस मॉनिटर को RGB मॉनिटर भी कहा जाता है।
टेक्नोलॉजी के आधार पर मॉनिटर के प्रकार
कंप्यूटर मॉनिटर को अगर तकनीकों के आधार पर विभाजित किया जाए तो इसके तीन प्रमुख / प्रचलित प्रकार है।
- CRT Monitor
- LCD Monitor
- LED Monitor
- TFT Monitor
- Plasma Monitor
1. CRT Monitor
CRT मॉनिटर का पूरा नाम Cathode Ray Tube है, इस मॉनिटर के अंदर एक बड़ा ट्यूब होता है जिसमें इलेक्ट्रॉन बीम का संचार होता है, हाई वोल्टेज द्वारा इलेक्ट्रान बीम को नियंत्रित किया जाता है तब डिस्प्ले प्राप्त होता है, यह मॉनिटर टीवी स्क्रीन जैसा होता है।
2. LCD Monitor
LCD मॉनिटर का पूरा नाम Liquid Crystal Display है, इस मॉनिटर के स्क्रीन में दो परत मौजूद होती है और उन दोनों परत के बीच में लिक्विड क्रिस्टल भरा होता है, इसे वोल्टेज द्वारा प्रभावित किया जाता है और डिस्प्ले प्राप्त किया जाता है। इसका ज्यादातर उपयोग लैपटॉप में किया जाता है।
3. LED Monitor
LED मॉनिटर का पूरा नाम Light Emitting Diode है, इस मॉनिटर में organic light emitting diode का उपयोग किया जाता है जिसकी मदद से यह डिजिटल डिस्पले प्रदर्शित करता है। इस मॉनिटर का रिफ्रेश रेट बहुत अच्छा होता है एवं यह एलसीडी मॉनिटर से काफी पतला होता है।
4. TFT मॉनिटर
TFT का मतलब है Thin-Film Transistor। यह एक प्रकार की LCD तकनीक है जिसका उपयोग फ्लैट-पैनल डिस्प्ले, जैसे कंप्यूटर मॉनिटर, टेलीविजन और मोबाइल उपकरणों में किया जाता है।
टीएफटी मॉनिटर में, लिक्विड क्रिस्टल की एक पतली परत कांच की दो परतों के बीच होती है। लिक्विड क्रिस्टल इलेक्ट्रोड द्वारा संरेखित होते हैं ताकि उनके माध्यम से गुजरने वाले प्रकाश को नियंत्रित किया जा सके, जिससे स्क्रीन पर छवियां बनती हैं। टीएफटी मॉनिटर, LCD के मुकाबले बेहतर क्वालिटी में इमेज बनाते हैं।
5. प्लाज्मा मॉनिटर
प्लाज्मा मॉनिटर एक प्रकार का फ्लैट-पैनल डिस्प्ले है जो की छवियों को प्रदर्शित करने के लिए प्लाज्मा तकनीक का उपयोग करता है। प्लाज्मा मॉनिटर 2000 के दशक की शुरुआत में लोकप्रिय थे, लेकिन बड़े पैमाने पर एलईडी और ओएलईडी डिस्प्ले जैसी नई तकनीकों ने इसकी जगह ले ली।
प्लाज्मा मॉनिटर में, गैस सेल्स को एक ग्रिड में व्यवस्थित किया जाता है, जिसमें प्रत्येक सेल स्क्रीन पर एक पिक्सेल को संदर्भित करता है। जब एक सेल पर एक विद्युत प्रवाह होता है, तो गैस आयनित होती है और पराबैंगनी प्रकाश का उत्सर्जन करती है, जिसे तब वांछित रंग का उत्पादन करने के लिए फ़िल्टर किया जाता है। परिणामस्वरूप तस्वीरें इन पिक्सेल के मैट्रिक्स से बनी होती है, जिन्हें वांछित छवि बनाने के लिए व्यवस्थित किया जाता है।
मॉनिटर की विशेषताएं
- Pixel – मॉनिटर पर दिखाई जाने वाली सभी जानकारी या चित्र छोटे-छोटे चमकीले बिंदुओं से बनी होती हैं जिन्हें पिक्सेल या डॉट्स कहा जाता है। मॉनिटर में जितने अधिक पिक्सेल होंगे, स्क्रीन पर चित्र उतना ही स्पष्ट दिखाई देगा।
- Resolution – यह मॉनिटर स्क्रीन पर स्थित पिक्सेल की कुल संख्या और इसकी गुणवत्ता को दर्शाता है, मॉनिटर में रिज़ॉल्यूशन जितना अधिक होता है, चित्र उतना ही साफ दिखाई देता है। आमतौर पर 15 इंच के SVGA मॉनिटर का रेजोल्यूशन 1024 × 786 पिक्सल होता है।
- Refresh Rate – रिफ्रेश रेट यह बताता है कि मॉनिटर एक सेकंड में कितनी बार सूचना या चित्र की नई छवि बनाने में सक्षम है। रिफ्रेश रेट को हर्ट्ज से मापा जाता है, मॉनिटर में Hz जितना अधिक होता है, स्क्रीन उतनी ही स्मूथ तरह से काम करती है।
- Response Time – एक रंग को दूसरे रंग में बदलने के लिए पिक्सेल द्वारा लिए गए समय को रिस्पांस टाइम कहा जाता है, एक अच्छे मॉनिटर में रिस्पांस टाइम कम होता है।
- Size – मॉनिटर विभिन्न आकारों में उपलब्ध हैं। मॉनिटर के सबसे सामान्य आकार 14, 15, 17, 22 और 26 इंच हैं। मॉनिटर का आकार उसके उपयोग पर निर्भर करता है।
गेमिंग मॉनिटर क्या है? (What is Gaming Monitor)
गेमिंग मॉनिटर को प्रोफेशनल काम के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें कई अच्छे फीचर्स जैसे हाई रिफ्रेश रेट, अच्छा रिस्पॉन्स टाइम आदि हैं। गेमिंग मॉनिटर्स का इस्तेमाल फोटो एडिटिंग, वीडियो एडिटिंग और गेमिंग के लिए किया जाता है।
गेमिंग मॉनिटर की गुणवत्ता
- High Refresh Rate
- High Resolution
- Good response Time
टीवी और मॉनिटर में अंतर (Difference between T.V and Monitor)
टीवी | मॉनिटर |
---|---|
टीवी में Low रिफ्रेश रेट होता है। | मॉनिटर में High रिफ्रेश रेट होता है। |
टीवी की इमेज क्वालिटी और रिज़ॉल्यूशन कम होती है। | मॉनिटर की इमेज क्वालिटी और रिज़ॉल्यूशन बहुत अच्छी होती है। |
टीवी की कीमत कम होती है मॉनिटर के मुकाबले। | मॉनिटर की कीमत ज्यादा होती है टीवी के मुकाबले। |
टीवी का रिस्पांस टाइम ज्यादा होता है। | मॉनिटर का रिस्पांस टाइम कम होता है। |
FAQ
आप अपने उपयोग के अनुसार एक अच्छा मॉनिटर खरीद सकते हैं, यदि आपका सामान्य काम कंप्यूटर में है तो आप एक सामान्य 60 हर्ट्ज मॉनिटर खरीद सकते हैं, लेकिन यदि आप एक कंटेंट क्रिएटर हैं या गेम खेलने के शौकीन हैं तो आप एक हाई रिफ्रेश रेट 144 Hz वाला मॉनिटर खरीद सकते हैं।
LCD का पूरा नाम Liquid Crystal Display, LED को Light Emitting Diode और CRT का पूरा नाम Cathode Ray Tube है।
यदि आप कंप्यूटर मॉनिटर के विकास के महत्वपूर्ण पड़ाव को भी जानना चाहते है तो, कंप्यूटर मॉनिटर का इतिहास लेख जरूर पढ़ें और अपनी राय जरूर साझा करें।