Packet क्या है? कैसे काम करता है और इसके भाग

नेटवर्किंग और डेटा ट्रांसमिशन में, “पैकेट” सबसे महत्वपूर्ण घटकों में से एक है। जो नेटवर्क में सूचना को ट्रांसफर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस लेख में आप जानेंगे की पैकेट क्या है और यह कैसे कार्य करता है, नेटवर्किंग के क्षेत्र में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए पैकेट के बारे में जानना अति आवश्यक है।

पैकेट क्या है?

जब डेटा को किसी नेटवर्क में प्रेषित किया जाता है, तो इसे या तो लगातार बिट्स के रूप में भेज सकते है या इसे ‘पैकेट’ के रूप में भेजा जाता है। एक पैकेट नेटवर्क पर प्रेषित की जा सकने वाली डेटा की सबसे छोटी इकाई होती है। यदि प्रेषित किया जाने वाला डेटा इस सीमा से अधिक होती है, तो इसे कई पैकेटों में विभाजित किया जाता है।

पैकेट कैसे काम करते है

पैकेट-स्विच नेटवर्क का सबसे अच्छा उदाहरण इंटरनेट है। इंटरनेट पर भेजे गए डेटा को पैकेट के भीतर एन्कोड किया जाता है, जिसके आमतौर पर इसमें दो भाग होते हैं: हेडर सेक्शन, जो की मेटाडेटा की जानकारी देता है – जैसे सोर्स, डेस्टिनेशन, पैकेट का प्रकार और एरर-चेकिंग डेटा – और वास्तविक डेटा जिसे भेजा जाना है यानी यानि ‘पेलोड’ होता है।

प्रोटोकॉल का प्रकार जैसे HTTP, UDP या FTP शामिल हेडर के प्रकार को निर्धारित करता है, जो डेस्टिनेशन एड्रेस को बताता है कि पेलोड में डेटा को वास्तव में कैसे संसाधित यानी प्रोसेस किया जाना है। एरर-चेकिंग एल्गोरिदम डेटा को हेडर में संग्रहीत करते हैं, जो प्राप्तकर्ता को पेलोड में किसी भी नुकसान के बारे में सूचित करता है।

पैकेट स्ट्रक्चर

नेटवर्क पैकेट डेटा का एक ब्लॉक होता है जिसमें तीन मुख्य भाग होते हैं: हेडर, पेलोड और ट्रेलर। हेडर में पैकेट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी होती है, जैसे सोर्स और डेस्टिनेशन एड्रेस, पैकेट सेक्वेन्सिग और एरर-चेकिंग डिटेल्स। दूसरी ओर, पेलोड प्रसारित होने वाले वास्तविक डेटा को वहन (carries) करता है। जबकि नेटवर्किंग और डेटा ट्रांसमिशन में पैकेट ट्रेलर डेटा पैकेट की अतिरिक्त जानकारी को संदर्भित करता है।

पैकेट हेडर

पैकेट हेडर पैकेट के ‘लिफाफे’ के रूप में कार्य करता है, जिसमे राउटर और स्विच को पैकेट को उसके डेस्टिनेशन तक ठीक से रूट करने के लिए आवश्यक सभी जानकारी होती है। हेडर में आमतौर पर सोर्स और डेस्टिनेशन IP एड्रेस, टाइम-टू-लाइव (TTL) वैल्यू और अन्य कंट्रोल फ्लैग्स होते हैं।

पैकेट पेलोड

पैकेट पेलोड में वास्तविक डेटा होता है जिसे प्रेषित करने की आवश्यकता होती है, जैसे कि फ़ाइल का हिस्सा, ईमेल संदेश, या वेबपेज। पेलोड का साइज नेटवर्क और भेजे जा रहे डेटा के प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकता है।

पैकेट ट्रेलर

पैकेट ट्रेलर डेटा ट्रांसमिशन का अंतिम भाग होता है जिसमें आमतौर पर एरर-करेक्शन की जानकारी होती है जो यह सत्यापित करने में मदद करती है कि नेटवर्क पर भेजा गया डेटा या जानकारी ठीक से भेजी गई है और प्राप्त करने वाले डिवाइस पर संसाधित किया जा सकता है।

पैकेट स्विचिंग

पैकेट स्विचिंग एक विधि है जिसका उपयोग कंप्यूटर नेटवर्क पर डेटा संचारित (ट्रांसमिट) करने के लिए किया जाता है। सर्किट स्विचिंग में डेटा ट्रांसफर की पूरी अवधि के लिए एक समर्पित संचार लाइन स्थापित की जाती है, जबकि पैकेट स्विचिंग डेटा को छोटे पैकेट में तोड़ देता है। इन पैकेटों को फिर अलग अलग भेजा जाता है और एक ही डेस्टिनेशन तक पहुंचने के लिए ये अलग-अलग पाथ का उपयोग कर सकते हैं।

सर्किट स्विचिंग और पैकेट स्विचिंग में अंतर

सर्किट स्विचिंग में, डेटा ट्रांसफर शुरू होने से पहले प्रेषक और रिसीवर के बीच एक कनेक्शन स्थापित किया जाता है। यह एक निरंतर कनेक्शन होता है लेकिन अलग अलग डाटा ट्रांसमिशन के लिए प्रभावशाली नहीं होता है। पैकेट स्विचिंग, कई पैकेटों को एक ही नेटवर्क संसाधनों को एक साथ साझा करने की सुविधा देता है।

FAQs

क्या पैकेट केवल कंप्यूटर नेटवर्क में उपयोग किया जाता है?

पैकेट आमतौर पर कंप्यूटर नेटवर्क में प्रयोग होते हैं, लेकिन उनका उपयोग अन्य संचार प्रणालियों, जैसे रेडियो और टेलीफोनी में भी किया जाता है।

क्या एक ही ट्रांसमिशन के पैकेट अपने डेस्टिनेशन तक पहुंचने के लिए अलग-अलग रॉउट ले सकते हैं?

हां, पैकेट स्विचिंग एक ही ट्रांसमिशन से पैकेट को अलग-अलग पाथ लेने की सुविधा देता है, जिससे नेटवर्क गुणवत्ता बढ़ जाती है।

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