डार्क वेब क्या है और यह कैसे काम करता है?

डार्क वेब इंटरनेट का ही एक हिस्सा है जिसे आप नियमित ब्राउज़र से नहीं ढूंढ सकते। इस तक केवल विशेष सॉफ्टवेयर के माध्यम से ही पहुँचा जा सकता है, जैसे टोर ब्राउज़र। तो आइये जानें डार्क वेब क्या है?

डार्क वेब क्या है

डार्क वेब उन वेबसाइटों के संग्रह को दिया गया नाम है जो इंटरनेट के “छिपे हुए” भाग पर मौजूद हैं। अर्थात यह नेटवर्क की एक श्रृंखला है जो इंटरनेट की एक अलग परत पर मौजूद है। इन साइटों को सर्च इंजन द्वारा अनुक्रमित नहीं किया जाता है, और इन्हें एक्सेस करने के लिए विशेष सॉफ़्टवेयर की आवश्यकता होती है। डार्क वेब में कई वेबसाइटें हैं जो अवैध सेवाएं प्रदान करती हैं, जैसे ड्रग्स, हथियार, हैकिंग टूल और नकली दस्तावेज़।

डार्क वेब कई हैकर्स और साइबर अपराधियों का भी घर है जो इन साइटों का उपयोग एक दूसरे के साथ गुमनाम रूप से संवाद करने के लिए करते हैं। इन साइटों की गुमनामी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए उन्हें ट्रैक करना मुश्किल बना देती है।

डार्कनेट या डार्क वेब इंटरनेट का ही एक हिस्सा है जिसे पारंपरिक ब्राउज़रों के माध्यम से एक्सेस नहीं किया जा सकता है। डार्क वेब का उपयोग अक्सर नशीली दवाओं की तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी अवैध गतिविधियों के लिए किया जाता है, लेकिन इसके वैध और कानूनी उपयोग भी होते हैं।

डार्क वेब और डीप वेब में अंतर

डार्क वेब और डीप वेब अलग-अलग उद्देश्यों वाली दो अलग-अलग चीजें हैं। डीप वेब इंटरनेट के किसी भी हिस्से को संदर्भित करता है जिसे प्रमुख सर्च इंजनों द्वारा अनुक्रमित नहीं किया जाता है जैसे नेटबैंकिंग, क्लाउड स्टोरेज, रीसर्च पेपर्स, मेडिकल रिकार्ड्स, प्राइवेट फ़ोरम्स, प्राइवेट नेटवर्क्स, हिडन विकी, आदि।

डीप वेब में ऐसी वेबसाइटें शामिल हैं जो एक निश्चित आकार या पहुंच से परे हैं, जैसे कि अभिलेखागार या डेटाबेस से जानकारी, और इंटरनेट के अन्य हिस्से जो नियमित खोजशब्द खोजों के माध्यम से नहीं मिल सकते हैं।

डीप वेब, डार्क नेट की तुलना में इंटरनेट का एक छोटा उपसमुच्चय है। चूँकि ये Search Engine में इंडेक्स नहीं होते इसलिए इन्हे सीधे ही ब्राउज़र में यूआरएल के माध्यम से एक्सेस करना होता है और इन्हे एक्सेस करने की अनुमति की जरुरत होती है।

दूसरी ओर डार्क वेब वेबसाइटों का एक संग्रह है, जिन्हें अपनी सामग्री तक पहुंचने के लिए विशेष सॉफ़्टवेयर की आवश्यकता होती है। डार्क नेट डार्क वेब का एक सबसेट है जिसे सर्च इंजन द्वारा एक्सेस नहीं किया जा सकता है। इसे केवल TOR या I2P जैसे विशेष सॉफ्टवेयर के जरिए ही एक्सेस किया जा सकता है।

वैसे डार्क वेब डीप वेब का ही एक छोटा सा हिस्सा है जिसे जानबूझकर सर्च इंजन से छिपाया गया है। यह वेबसाइटों का एक नेटवर्क है जँहा केवल कुछ ब्राउज़रों के माध्यम से ही पहुँचा जा सकता है और गोपनीय जानकारियों को छिपाने या अवैध उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जा सकता है।

डार्क वेब कैसे काम करता है?

डार्क वेब एक ऑनलाइन नेटवर्क है जो उपयोगकर्ताओं की पहचान और स्थानों को छिपाने के लिए एन्क्रिप्शन तकनीक का उपयोग करता है। इंटरनेट पर अधिकांश वेबसाइटें मानक (standard) इंटरनेट प्रोटोकॉल का उपयोग करती हैं, जबकि डार्क वेब जानकारी को छिपाने के लिए प्रोटोकॉल के अपने सेट का उपयोग करता है।

डार्क वेब नियमित वेबसाइटों की तुलना में अलग तरह से काम करता है क्योंकि यह टॉर नामक विशेष सॉफ़्टवेयर का उपयोग करता है। यह सॉफ़्टवेयर उपयोगकर्ताओं को अपनी पहचान की रक्षा करते हुए गुमनाम रूप (anonymously) से ब्राउज़ करने की अनुमति देता है।

डार्क वेब वास्तव में क्या है और यह सरफेस वेब से कैसे भिन्न है

जब आप Google पर खोज करते हैं तो आपको सतही वेब यानि सरफेस वेब दिखाई देता है। यह उन सभी वेबसाइटों की अनुक्रमणिका (index) है जो Google और अन्य खोज इंजनों द्वारा अनुक्रमित की जाती हैं।

वंही दूसरी ओर डीप वेब इंटरनेट पर एन्क्रिप्टेड डेटाबेस और वेबसाइटों का नेटवर्क है जिसे क्रोम या फ़ायरफ़ॉक्स जैसे ब्राउज़रों से एक्सेस नहीं किया जा सकता है। इसे एक्सेस करने के लिए आपको टोर ब्राउजर जैसे विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग होता है।

सरफेस वेब को इसका नाम इसलिए मिला क्योंकि इसे प्रमुख सर्च इंजन जैसे कि गूगल, बिंग, याहू! आदि के माध्यम से बड़े ही आसानी एक्सेस से एक्सेस किया जा सकता है तथा इनके लिए किसी भी प्रकार की अनुमति की जरुरत नहीं पड़ती।

सतह वेब पर डीप वेब की तुलना में बहुत अधिक साइटें हैं क्योंकि किसी भी साइट को सर्च इंजनों द्वारा अनुक्रमित किया जा सकता है।

डार्क नेट तक पहुंचने या उपयोग करने के खतरे

डार्क नेट तक पहुंचने और उपयोग करने के कई खतरे हैं, लेकिन इन जोखिमों से बचने के तरीके भी हैं। एक तरीका है TOR ब्राउज़र का उपयोग करना, जो आपके इंटरनेट ट्रैफ़िक को एन्क्रिप्ट करता है और आपके आईपी पते को छुपाता है।

यह ब्राउज़र Malicious script को भी ब्लॉक करता है जो आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकती हैं या आपकी जानकारियाँ चुरा सकती हैं। इतने सुरक्षा खासियतें होने के बावजूद भी डार्क वेब खतरनाक हो सकता है। क्योकि डार्क नेट का इस्तेमाल सबसे ज्यादा अवैध गतिविधियों के लिए किया जाता है। कुछ प्रमुख कहते निम्न है :

  • डार्क वेब में हैकर्स और अपराधियों की संख्या सबसे अधिक है एक तरह से ये इनका गढ़ है।
  • चूँकि इसमें हैकर्स भरे पड़े है तो इसका इस्तेमाल करते वक्त आप कभी भी ऑनलाइन किसी के द्वारा हैक किये जा सकते है
  • डार्क वेब से सामान खरीदते समय कोई गारंटी नहीं है।
  • डार्क वेब से ड्रग्स या हथियार न खरीदें।
  • डार्क वेब घोटालों से भरा है।

डार्क वेब में सर्वाधिक लोकप्रिय खोजें क्या हैं?

डीपवेब पर सबसे लोकप्रिय खोजें मुख्य रूप से कुछ अपवादों के साथ, अवैध गतिविधियों से संबंधित हैं। उदाहरण के लिए, ड्रग्स, हथियार और नकली पहचान दस्तावेज कैसे प्राप्त करें, इस बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए लोग अक्सर डार्क वेब का उपयोग करते हैं।

डार्क वेब कौन चलाता है?

डार्क वेब लगभग 22 वर्षों से है, लेकिन यह हाल ही में यह लोगो की इंटरनेट के प्रति बढ़ती जिज्ञासा के कारण अधिक लोकप्रिय हो गया है। बहुत से लोग यह सवाल पूछते हैं कि डार्क वेब कौन चलाता है? तो आइये जाने इसे इस्तेमाल करने वालो के बारे में।

इसका उपयोग अपराधियों, हैकर्स और उन लोगों द्वारा किया जाता है जो गुमनाम (anonymous) रहना चाहते हैं। डार्क वेब इंटरनेट का एक छिपा हुआ हिस्सा है जहां आप अवैध सामान और सेवाएं पा सकते हैं।

अपराधी अवैध ड्रग्स, हथियार और अन्य अवैध सामान खरीदने के लिए डार्क वेब का उपयोग करते हैं। हैकर्स इसका इस्तेमाल क्रेडिट कार्ड नंबर, पर्सनल डेटा और दूसरी संवेदनशील जानकारियां चुराने के लिए करते हैं। जो लोग गुमनाम रहना चाहते हैं, वे ऑनलाइन ट्रैक किए बिना दूसरों के साथ संवाद करने के लिए इसका उपयोग करते हैं।

डार्क वेब में कैसे घुसे? (How to access the Dark Web)

जो लोग डार्क वेब का उपयोग करना चाहते हैं, उन्हें TOR (द ओनियन राउटर) नामक विशेष ब्राउज़र सॉफ्टवेयर का उपयोग करने की आवश्यकता होती है, जिसे गोपनीयता की रक्षा में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

TOR ब्राउज़र उपयोगकर्ताओं को अपनी पहचान की रक्षा करते हुए गुमनाम (anonymously) रूप से वेबसाइटों को ब्राउज़ करने की अनुमति देता है। TOR अपने आप में अवैध नहीं है। यह सिर्फ इतना है कि कुछ लोग इसका इस्तेमाल डार्क नेट पर गलत उद्देश्यों के लिए करते हैं।

डार्क वेब क्या है अपने बच्चों को डार्क वेब से कैसे बचाएं?

डार्क वेब कोई भौतिक स्थान नहीं है, बल्कि एक ओवरले नेटवर्क है जो इंटरनेट के शीर्ष पर चलता है। इसलिए जब आप डार्क वेब पर होते हैं, तब भी आप इंटरनेट से जुड़े रहते हैं।

यह एक ऐसी जगह है जहां लोग ड्रग्स, हथियार और बाल शोषण की छवियों सहित अवैध सामान खरीद और बेच सकते हैं। माता-पिता के लिए अपने बच्चों को डार्क वेब से बचाना आसान और मुश्किल भी है। हालांकि, जोखिम को कम करने के लिए वे कुछ कदम उठा सकते हैं जैसे कि उनके बच्चों की ऑनलाइन गतिविधि की निगरानी करना या उनके उपकरणों पर माता-पिता का नियंत्रण सॉफ़्टवेयर स्थापित करना।

डार्क वेब किसने बनाया?

डार्क वेब का मूल निर्माता अज्ञात है और इसके बारे में कई अलग-अलग सिद्धांत हैं कि यह कौन हो सकता है। इसी तरह कहा जाता है साल 2002 में इसे अमेरिकी रक्षा विभाग के वैज्ञानिओ द्वारा गुप्त तरीके से अपने जासूसों से संपर्क करने के तरीके के रूप में बनाया गया था।

संक्षेप में डार्क वेब मार्केटप्लेस का परिचय

डार्क वेब इंटरनेट पर एक छिपा हुआ नेटवर्क है जिसमे अमेज़न, फ्लिपकार्ट की तरह ही मार्केटप्लेस होते है लेकिन इनमे अवैध सामग्रियों, दवाई और हथियारों की खरीद फरोख्त होती है। जिसका उपयोग कई अवैध गतिविधियों के लिए किया जाता है।

ऐसे कई मामले सामने आये हैं जिनमें अपराधियों द्वारा हथियार, ड्रग्स और अन्य अवैध पदार्थ खरीदने के लिए डार्क वेब का उपयोग किया गया था। क्योकि यह सुरक्षा अधिकारियों के पता लगे बिना इन सामानों को खरीदने की की एक सुरक्षित तरीका प्रदान करता है। और हाल के एक अध्ययन में पाया गया कि डार्क वेब के कारण 2011 के बाद से अवैध Firearms की संख्या में लगभग 250% की वृद्धि हुई है।

इस पोस्ट में, हम आपको उन विभिन्न तरीकों को बतायेंगे जिसमें लोग अवैध उद्देश्यों के लिए डार्क वेब का उपयोग करते हैं।

  1. हथियार खरीद : डार्क वेब अपराधियों के लिए हथियार खरीदने और बेचने का बाजार बन गया है। अल्फाबे, ड्रीम मार्केट और हंसा मार्केट जैसे डार्कनेट बाजारों का इस्तेमाल बंदूकें, गोला-बारूद, विस्फोटक और अन्य हथियारों की खरीद के लिए किया गया है। किंग्स कॉलेज लंदन के एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि सभी आग्नेयास्त्रों के 50% से अधिक अपराधों में डार्कनेट हथियार शामिल थे
  2. अवैध ड्रग्स : डार्क वेब पर, अवैध नशीले पदार्थों को ढूंढना आसान है, जिन्हें सड़कों पर या सामान्य दवा की दुकानों पर दवाओं के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। वेबसाइटों से दवाएं खरीदते समय सावधान रहें और सुनिश्चित करें कि आप जानते हैं कि वे कहां से आई हैं। आप कई पा सकते हैं

डार्क वेब के लिए आवश्यक नियम और शर्तें

डार्क वेब को ओनियन वेब के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह TOR नेटवर्क के शीर्ष पर बनाया गया है और अपने उपयोगकर्ताओं को गुमनाम रखने के लिए एन्क्रिप्शन की परतों का उपयोग करता है। अगर आप भी सुरक्षित तरीके से डार्क नेट एक्सेस करना है तो इन सुरक्षा नियमों का पालन जरूर करें।

  • VPN – अगर आप डार्क वेब एक्सेस करने के लिए TOR जैसे सिक्योर ब्राउज़र का प्रयोग करते है इसके बावजूद कोई आपके ट्रैफिक को एक्सेस कर सकता है। इसलिए अपने सिस्टम के ऑनलाइन ट्रैफिक को एन्क्रिप्ट करने के VPN का उपयोग जरूर करें।
  • एंटीवायरस – डार्क वेब पर मैलवेयर और दूसरे कम्प्यूटर वायरस के हमलो से बचने और और अपने सिस्टम को सुरक्षित रखने के लिए एक अच्छा एंटीवायरस इंस्टाल रहना चाहिए।
  • Webcam Hijacking – सिस्टम के वेबकैम यानि कैमरा ढका हुआ होना चाहिए क्योकि इसे आसानी से एक्सेस किया जा सकता है।
  • साइटों पर भरोसा न करें – डार्क वेब पर किसी भी वेबसाइट पर भरोसा नहीं किया जा सकता इसलिए उनपर कोई भी निजी जानकारी ना भरे ना ही उन्हें कोई अतिरिक्त ब्राउज़र अनुमति दें।
  • लिंक से सावधान रहें – डार्कनेट में वेबसाइटों की तरह ही उनके लिंक्स भी खतरनाक साबित हो सकते है। इसलिए लिंक्स को क्लिक करने से अच्छी तरह सोंच लें।
  • TOR या दूसरे ब्राउज़र डाउनलोड करने के लिए उनके आधिकारिक वेबसाइट पर ही जाकर करें।
  • आप 100% सुरक्षित नहीं हैं – सबसे जरुरी बात आप यह जान लें की सभी सुरक्षा उपायों को अपनाने के बाद भी आप डार्कनेट सर्फिंग करते समय आप 100% सुरक्षित कभी नहीं रह सकते।
  • कानून का पालन करें – किसी भी अवैध, गैरकानूनी गतिविधियों में जुड़ने से बचें।

और सबसे जरुरी और मुख्य बात आप जिस भी डिवाइस से डार्कनेट एक्सेस करना चाहते है उसमे सभी एप्लीकेशन, सॉफ्टवेयर और दूसरे सेवाओं जैसे गूगल ड्राइव, पासवर्ड मैनेजर, इत्यादि को बंद कर दें।

इन सब के आलावा लोकेशन फीचर को भी बंद रखें क्योकि सिस्टम के IP और डिवाइस के जरिये आप तक पंहुचा जा सकता है। यानि केवल उन्ही सर्विसेज को चालू रखें जो डार्क वेब ब्राउज़िंग करने के लिए जरुरी हो।

FAQ

डार्क वेब ब्राउज़र के नाम

कुछ प्रमुख डार्क वेब ब्राउज़र के नाम है Tor Browser, I2P, Freenet, Tails, आदि।

डार्क वेब से क्या होता है?

अपराधी अवैध ड्रग्स, हथियार जैसे अवैध सामग्री खरीदने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल करते हैं। और हैकर्स इसका इस्तेमाल क्रेडिट कार्ड नंबर, पर्सनल डेटा और दूसरी संवेदनशील जानकारियां चुराने के लिए करते हैं।

डार्क वेब कहां है?

डार्क वेब इंटरनेट का ही एक हिस्सा है जो इंटरनेट में एक अलग नेटवर्क के रूप में मौजूद है।

डार्क वेब क्यों बनाया गया था?

अमेरिकी रक्षा विभाग ने 1990 के दशक में अपने जासूसों के ख़ुफ़िया तरीके से संपर्क करने के इंटरनेट पर एक एन्क्रिप्टेड नेटवर्क बनाया था जिसे बाद में डार्क वेब कहा गया।

डार्क वेब कितना सुरक्षित है?

डार्क वेब में सर्फिंग करना आम इंटनेट सर्फिंग करने जितना ही सुरक्षित है बशर्ते आप इसके मार्केटप्लेस का प्रयोग और वेबसाइटों से डाउनलोड ना करे। इनसे डाउनलोड की गई फाइलों में कीलॉगर और मैलवेयर शामिल हो सकते है।

क्या पुलिस आपको डार्क वेब पर ट्रैक कर सकती है?

जी हां अगर आप डार्क वेब से कुछ खरीदते या डाउनलोड करते है तो आपको पुलिस ट्रेस कर सकती है।

क्या डार्क वेब लीगल है?

जी हाँ डार्क वेब और TOR ब्राउज़र का इस्तेमाल करना दुनिया के कई हिस्सों में लीगल है बशर्ते आप डार्क वेब पर किसी तरह की अवैध गतिविधिओं में शामिल ना हों।

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