WWW क्या है? वर्ल्ड वाइड वेब की विशेषताएं और इतिहास

नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले है वर्ल्ड वाइड वेब यानी WWW के बारे में। आपने अगर गूगल पर कभी भी कोई वेबसाइट खोली होगी तो आपको उस के URL में www लिखा हुआ देखा होगा। वर्ल्ड वाइड वेब एक इंटरनेट सर्विस है, यह दुनिया भर के वेबसाइट्स के एड्रेस का कलेक्शन है। आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम वर्ल्ड वाइब वेब के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से देंगे।

इस पोस्ट में हम आपको world wide web क्या है, कैसे काम करता है, उपयोग, विशेषताए, इतिहास, इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब में अंतर, वर्ल्ड वाइड वेब के फायदे और नकुसान के बारे में बात करने वाले है। अगर आप www के बारे में जानकारी चाहते है तो आप इस आर्टिकल को आखिर तक पढ़िए।

वर्ल्ड वाइड वेब क्या है?

WWW का पूरा नाम World Wide Web है, इसे W3 और Web भी कहते है। यह पुरे विश्व में फैला हुआ एक प्रकार का डेटाबेस है, जिसके माध्यम से यूजर सूचनाओं को प्राप्त करता है। इसमें यूजर के द्वारा सूचनाओं से सम्बंधित शीर्षक दिए जाते हैं। उस शीर्षक से सम्बंधित सभी सूचनाओं का यह उपयोग कर सकता है।

पहले वर्ल्ड वाइड वेब में लिखित सूचनाएं यानी टेक्स्ट ही उपलब्ध थी, किन्तु अब इमेज, ऑडियो, एनीमेशन, और वीडियो जैसी सभी डिजिटल जानकारियां उपलब्ध हो जाती है। वेब पर सूचनाओं को प्राप्त करने के लिए फ़ायरफ़ॉक्स, क्रोम और ओपेरा जैसे ब्राउज़र सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है।

वेब का उपयोग दुनिया के सभी वेबसाइट्स के द्वारा किया जाता है। आम भाषा में www, एक ऐसा इंटरनेट टूल जो की हमे इंटरनेट को एक्सेस करने या उसपर कम्युनिकेट करने की सुविधा देता है। और हमे जब भी किसी वेबसाइट पर जाना होता है तो www हमे उस वेबसाइट तक पहुंचने में मदद करता है।

वर्ल्ड वाइड वेब कैसे काम करता है।

वर्ल्ड वाइड वेब hyperlink के द्वारा जुड़े हुए सभी वेबसाइट्स का एक बड़ा नेटवर्क है। इंटरनेट पर मौजूद सभी वेबसाइट्स www के द्वारा आपस में जुड़ी हुई है। इन सभी वेबसाइट्स को हम इंटरनेट पर www के माध्यम से सर्च कर के एक्सेस कर सकते है। इंटरनेट पर मौजूद किसी भी वेबसाइट को खोलने के लिए हमे एक वेब ब्राउजर की जरूरत होती है।

वेब ब्राउजर ऐसे एप्लीकेशन को कहते है जो हमे इंटरनेट को इस्तेमाल करने का प्लेटफार्म देती है उदाहरण के लिए Google chrome. इसके अंदर हम जब भी किसी वेबसाइट को सर्च करते है तो इसके लिए हम उस वेबसाइट का डोमेन नाम यानी की उस वेबसाइट के नाम डालते है इसके साथ ही उसकी उस नाम के आगे www भी लगाते है।

हर एक डोमेन का एक स्पेशल एड्रेस होता है जब हम उस डोमेन को सर्च करते है तो ब्राउजर डोमेन नेम को एक सर्वर आईपी एड्रेस में चेंज करता है। और www उस आईपी एड्रेस को सर्वर में खोजता है। जब सर्वर में www को आपके डोमेन का आईपी एड्रेस मिल जाता है तो उसे वह वेब ब्राउजर के पास भेज देता है जिसको फिर आप अपने ब्राउजर की हेल्प से एक्सेस कर सकते है।

इंटरनेट पर जब भी कोई यूजर किसी वेबसाइट को सर्च करता है या उसे एक्सेस करने की कोशिश करता है तब www वेब पेज को एक जगह से दूसरे जगह भेजने के लिए हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर्म प्रोटोकाल (http) का इस्तेमाल करता है। आम भाषा में http की मदद से यूजर के कंप्यूटर में एक्सेस कर सकते है।

वर्ल्ड वाइड एक उपयोग

World wide web के मदद से हमे इंटरनेट पर मौजूद किसी भी जानकारी को पता करने में मदद मिलती है। इसके मदद से हमे किसी भी वेबसाइट्स का एड्रेस और उसे इंटरनेट पर एक्सेस करने की key और प्लेटफार्म दोनो मिल जाते है।

अगर इंटरनेट पर वर्ल्ड वाइड वेब न हो तो हमे इंटरनेट पर कोई भी जानकारी ढूढने में इतना समय लग जायेगा जितना की भूसे के ढेर में सुई ढूढने में लगता है।

वर्ल्ड वाइड वेब की विशेषताएं

वर्ल्ड वाइड वेब आज के समय में बहुत ज्यादा एडवांस हो चुका है। और इसका विस्तार आज के समय में पूरी दुनिया में हो चुका है। www आज के समय में मानवता के लिए एक वरदान साबित हुआ है। और इसके मदद से लोगो की जिंदगी में बहुत ज्यादा बदलाव आया है। वर्ल्ड वाइड वेब की बहुत सी विशेषता है। जिसको हम आपको नीचे बताएंगे।

1.Hypertext information system

किसी भी वेब सर्वर या वेबसाइट्स के अंदर बहुत सी चीजे होती है जैसे की text, photo, video, डॉक्यूमेंट्स, emoji, graphics, audio इत्यादि। इन सभी चीजों को आपस में जोड़े रखने का काम www के अंदर Hypertext information system करता है।

2.Distributed

इंटरनेट पर बहुत सी चीजे मौजूद होती है। इसपर डॉक्यूमेंट्स, इमेजेस फाइल्स, apk इत्यादि लाखो जानकारियां उपलब्ध होती है। ये सब इनफॉर्मेशन वेबसाइट्स के फॉर्म में इंटरनेट पर मौजूद होती है। इसके अलावा www पर बहुत सी वेबसाइट्स ऐसी भी होती है को आपस में जुड़ी हुई होती है।

अगर कोई वेबसाइट दूसरे वेबसाइट के द्वारा डिस्ट्रिब्यूटेड है तो कोई भी इंटरनेट यूजर कोई भी एक वेबसाइट में जाकर उससे लिंक्ड दूसरी वेबसाइट में आसानी से जंप कर सकता है। इसी को Distributed कहा जाता है।

3.Graphical interface

जब भी आप इंटरनेट पर किसी जानकारी के लिए किसी वेबसाइट को खोलते है तो आपको वहा पर टेक्स्ट के अलावा बहुत से ग्राफिक्स डिजाइन, फोटो, ऑडियो, डॉक्यूमेंट्स फाइल इत्यादि देखने को मिलता है। इन सभी चीजों को किसी भी वेबसाइट्स में डालने के लिए ग्राफिकल इंटरफेस सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है और ये भी www की एक विशेषता है।

वर्ल्ड वाइड वेब का इतिहास

वर्ल्ड वाइड वेब को Tim Berners-lee ने बनाया था। इन्हे World Wide Web का Inventor भी बोला जाता है। यह W3C के डायरेक्टर थे। इसके साथ ही इन्होंने hypertext को भी डेवलप किया था। tim berners का जन्म लंदन में हुआ था। और वो एक इंग्लैंड में एक कंप्यूटर साइंटिस्ट थे। Lee के माता पिता भी पेशे से एक कंप्यूटर साइंटिस्ट थे।

Tim berners lee ने जेनेवा स्विट्जरलैंड में स्थित यूरोपियन रिसर्च आर्गेनाइजेशन के अंदर साल 1989 में world wide web का आविष्कार किया। इसके बाद उन्होंने 1990 में Robert cailliau के साथ मिल कर world wide web का और अधिक फॉर्मल प्रपोजल को पब्लिश किय। साल 1992 में सभी लोगो के सहमति से इसे आम जनता के इस्तेमाल के लिए भी जारी कर दिया गया।

इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब में अंतर

वर्ल्ड वाइड वेब

वर्ल्ड वाइड वेब इंटरनेट को एक्सेस करने और उस इंटरनेट को इस्तेमाल करने का एक जरिया है। www एक इनफॉर्मेशन शेयरिंग मॉडल है जो खुद इंटरनेट के उपर काम करती है। www पूरी दुनिया के नेटवर्क के जोड़ कर रखने वाला एक बड़ा विशाल इंफोर्मेशनल स्पेस है यह पर इंटरनेट पर उपलब्ध डॉक्यूमेट्स, इनफॉर्मेशन, फाइल्स इत्यादि को स्टोर किया जाता है।

इसमें सभी डॉक्यूमेंट्स, फाइल्स इत्यादि को एक स्पेशल एड्रेस दिया जाता है। इस एड्रेस को URL यानी की यूनिफार्म रिसोर्स लोकेटर कहते है। सभी संग्रहित सूचनाओं और डॉक्यूमेंट्स को www पर URL और http की सहायता से इंटरनेट पर एक्सेस किया जा सकता है।

इंटरनेट

Internet दो शब्दो से बना हुआ है inter और net। इंटरनेट कई कंप्यूटर का जाल है। ये सभी आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए है। यह एक तरह का हार्डवेयर है जो की सॉफ्टवेयर के मदद से रन किया जाता है।

सिंपल भाषा में इंटरनेट और www दोनो अलग तरह को चीजे है। जहा इंटरनेट एक बहुत बड़ा नेटवर्क और विशाल नेटवर्क है वही www उस नेटवर्क के माध्यम से इंटरनेट में एक्सेस करने वाला संसाधन है। www जो बहुत से वेबसाइट्स का समूह है वही इंटरनेट बहुत सारे कंप्यूटर और नेटवर्क डिजाइन का समूह है

वर्ल्ड वाइड वेब के फायदे

  • www इंटरनेट पर मौजूद इनफॉर्मेशन के पास पहुंचने में मदद करता है।
  • www का इस्तेमाल कोई भी यूजर मुफ्त में कर सकता है। और इसके इस्तेमाल के लिए किसी से भी कोई चार्ज नहीं वसूला जाता है।
  • लोगो के बीच तेज इंटरएक्टिव कम्युनिकेशन के लिए जिसका इस्तेमाल विभिन्न सेवाओं के लिए किया जा सकता है।
  • www एक नेटवर्क transferred सर्विस है।

वर्ल्ड वाइड वेब के नुकसान

  • इंटरनेट पर मौजूद इनफॉर्मेशन को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है।
  • इंटरनेट पर इतनी अधिक जानकारी होने के कारण सिस्टम के फेल हो जाने या ओवरलोड हो जाने का खतरा।
  • इंटरनेट पर मौजूद जानकारी सभी के लिए एक्सेसिबल होती है। बस उसे उसका पासवर्ड पता होना चाहिए। इसी कारण आपकी निजी जानकारी के कभी भी चोरी हो जाने का खतरा बना रहता है।
  • www कई बार कुछ मैलवेयर और वायरस को रोक नहीं पाता है और उनकी मदद से आपके डिवाइस में ऐसे चीजे इंस्टॉल हो जाती है जो आपकी निजी जानकारी को चुरा लेती है। और आपको बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाती है।

FAQs

वर्ल्ड वाइड वेब का आविष्कार किसने किया ?

वर्ल्ड वाइड वेब का आविष्कार Tim Berners-Lee ने सन 1991 में किया था।

वर्ल्ड वाइड वेब का जन्म कब हुआ ?

वर्ल्ड वाइड वेब का आविष्कार सन 1991 में हुआ था।

वर्ल्ड वाइड वेब की फेसबुक किस कहते हैं ?

वेब पेज को वर्ल्ड वाइड वेब की फेसबुक कहा जाता है।

WWW का Full Form क्या है ?

WWW का पूरा नाम वर्ल्ड वाइड वेब है।

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