सिस्टम यूनिट कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है इसके बिना कंप्यूटर का उपयोग करना असंभव है, इसलिए सिस्टम यूनिट के बारे में जानना बहुत जरूरी है, इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि सिस्टम यूनिट किसे कहते हैं? और सिस्टम यूनिट के मुख्य भाग कौन-कौन से हैं?
Table of contents
System Unit क्या है?
सिस्टम यूनिट पर्सनल कंप्यूटर का मुख्य भाग है, कंप्यूटर द्वारा किए जाने वाले विभिन्न कार्य सिस्टम यूनिट से संचालित होते हैं। सिस्टम यूनिट को विभिन्न सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर द्वारा नियंत्रित किया जाता है, कंप्यूटर के सभी हार्डवेयर अंग सिस्टम यूनिट से जुड़े होते हैं।
सिस्टम यूनिट कंप्यूटर के सभी जरुरी कार्यो को पूरा करता है। और इसके सभी घटक जैसे: मदरबोर्ड, CPU, RAM और दूसरे अंग एक चेसिस / कैबिनेट के अंदर स्थापित रहते है। इसलिए सिस्टम यूनिट को केस, चेसिस या टावर भी कहा जाता है।
सिस्टम यूनिट प्रकार
सिस्टम यूनिट के दो मुख्य प्रकार हैं-
- डेस्कटॉप टाइप (Desktop Type)
- टावर टाइप (Tower Type)
1. डेस्कटॉप टाइप क्या है?
Desktop Type – इसमें सिस्टम यूनिट आकार में चौकोर होता है, इसे टेबल पर लेटा कर रखा जाता है तथा मॉनिटर को इसके ऊपर रखा जाता है। सिस्टम यूनिट का यह प्रकार और मॉडल बहुत पुराना है, आज के समय में बहुत कम लोग इसका उपयोग कर रहे हैं।
2. टावर टाइप क्या है?
Tower Type – इसमें भी सिस्टम यूनिट आकार में चौकोर होता है लेकिन इसे टेबल पर सीधा खड़ा रखा जाता है तथा मॉनिटर को इसके बगल में रखा जाता है। सिस्टम यूनिट का यह प्रकार और मॉडल आज के समय में अधिक प्रचलित है।
सिस्टम यूनिट के कार्य (Functions of the System Unit)
सिस्टम यूनिट कंप्यूटर के सभी अंगो को आपस में जोड़े रखने का कार्य करता है। कंप्यूटर सिस्टम के सभी जरुरी पुर्जों (Components) को आपस में व्यवस्थित रूप से जोड़ने और बाहरी क्षति से बचाने के लिए ही कंप्यूटर केस यानी कैबिनेट का प्रयोग होता है। इसके साथ कंप्यूटर में बदलाव या अपग्रेड करने की सुविधा भी मिल जाती है। जैसे ज्यादा क्षमता वाले रैम, स्टोरेज, इत्यादि।
सिस्टम यूनिट के सामने हिस्से में ऐसे अंग शामिल होते है जिनका एक कंप्यूटर उपयोगकर्ता को सबसे जल्दी और ज्यादा इस्तेमाल करने जरुरत होती है जैसे पावर बटन, रीस्टार्ट बटन, यूएसबी पोर्ट्स, ऑडियो जैक और CD डिस्क ड्राइव।
एक सिस्टम यूनिट के पीछे में वे सभी हिस्से होते है जिनकी ज्यादातर जरुरत नहीं पड़ती या बाह्य उपकरणों को जोड़ने के लिए होते है जैसे कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर, प्रिंटर, इंटरनेट कनेक्शन और दूसरे बाह्य उपकरण।
कंप्यूटर केबिनेट क्या है?
कंप्यूटर कैबिनेट एल्यूमीनियम या प्लास्टिक से बना एक बॉक्स है, सिस्टम यूनिट के सभी हार्डवेयर कंपोनेंट कंप्यूटर कैबिनेट के अंदर स्थापित होते हैं। कंप्यूटर कैबिनेट बाहरी रूप से सिस्टम यूनिट के घटकों की सुरक्षा करता है।
सिस्टम यूनिट के मुख्य अंग (Components of System Unit)
Motherboard, CPU, RAM, ROM, Hard disk, CMOS, PSU कंप्यूटर सिस्टम इकाई के मुख्य अंग हैं। एक सिस्टम यूनिट में और भी दूसरे अंग होते है जैसे Graphic card, Sound card, Speaker, Expansion slot, PCI, Universal serial Bus, Math coprocessor, AGP Bus.
आईये इनके बारे में विस्तार से जानें :
मदरबोर्ड (Motherboard) – यह प्लास्टिक से बनी एक प्रिंटेड सर्किट बोर्ड है जिसे PCB कहते हैं, इसे कंप्यूटर का मुख्य बोर्ड और सिस्टम बोर्ड भी कहा जाता है, सिस्टम यूनिट के सभी उपकरण मदरबोर्ड से ही जुड़े होते हैं। प्रोसेसर, रैम, सीमोस तथा अन्य हार्डवेयर कंपोनेंट को मदरबोर्ड में स्थापित किया जाता है।
सीपीयू (CPU) – इसका पूरा नाम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट है, यह एक चिप है। कंप्यूटर में जो कुछ भी किया जाता है वह CPU द्वारा नियंत्रित होता है, इसलिए इसे कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है। CPU को कंप्यूटर के मदरबोर्ड में स्थापित (Install) किया जाता है।
हार्ड डिस्क (Hard disk) – यह एक स्टोरेज डिवाइस है, इसके अंदर कंप्यूटर का डेटा मौजूद होता है। कंप्यूटर में जो भी काम होता है, हार्ड डिस्क उस काम के डेटा को सेव कर लेता है, यह SATA USB केबल के जरिए मदर बोर्ड से जुड़ा होता है।
रैम (RAM) – इसे कंप्यूटर की प्राइमरी मेमोरी कहते हैं, प्रोसेसर को जिस भी फाइल की जरूरत होती है, रैम उस फाइल को जल्द से जल्द प्रोसेसर तक पहुंचाने का काम करती है, एक आम मेमोरी के मुकाबले रैम की रफ्तार कई गुना ज्यादा तेज होती है।
रोम (ROM) – मदरबोर्ड में ROM चिप मौजूद होता है, इसके अंदर BIOS का सॉफ्टवेयर मौजूद होता है और कंप्यूटर को स्टार्ट करते समय जो भी सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है, उस सॉफ्टवेयर का प्रोग्राम इस चिप के अंदर मौजूद होता है।
ग्राफिक कार्ड (Graphic card) – यह सिस्टम यूनिट का सबसे महंगा कंपोनेंट है, इसके द्वारा ग्राफिक का काम किया जाता है जैसे कि ग्राफिक डिजाइनिंग, वीडियो एडिटिंग, फोटो एडिटिंग, गेमिंग, इत्यादि। इसे मदरबोर्ड के PCI-e स्लॉट में लगाया जाता है।
साउंड कार्ड (Sound card) – इसके द्वारा विभिन्न प्रकार के साउंड सिस्टम को कंट्रोल और मैनेज किया जाता है, कई प्रकार के साउंड सिस्टम को साउंड कार्ड के माध्यम से कंप्यूटर से जोड़ा जा सकता है, इस कंपोनेंट को भी PCI-e स्लॉट में लगाया जाता है।
पाॅवर सप्लाई यूनिट (PSU) – यह घर में आने वाले 220 वोल्ट alternate current को 12 वोल्ट direct current में परिवर्तित करता है और सिस्टम यूनिट के पूरे हिस्से को पावर देता है। यह कंप्यूटर को उच्च और निम्न गड़बड़ी से बचाता है, पावर सप्लाई यूनिट को SMPS (Switch mode power supply) भी कहा जाता है।
स्पीकर (Speaker) – सिस्टम यूनिट के अंदर मदरबोर्ड में एक छोटा स्पीकर मौजूद होता है, जिसे बीप कोड स्पीकर भी कहा जाता है, कंप्यूटर के हार्डवेयर कंपोनेंट में कोई समस्या होने पर यह स्पीकर आवाज करता है जिसे बीप कोड साउंड कहते हैं।
एक्सपेंशन स्लाट (expansion slot) – सिस्टम यूनिट के अंदर नए उपकरण लगाना या फिर मदरबोर्ड पर किसी अन्य उपकरण को जोड़ने के लिए एक्सपेंशन स्लाट का उपयोग किया जाता है।
पीसीआई (PCI) – इसका पूरा नाम पेरिफेरल कंपोनेंट इंटरकनेक्ट है, कंप्यूटर में नेटवर्क कार्ड, ग्राफिक कार्ड, साउंड कार्ड, यूएसबी पोर्ट जैसे अन्य हार्डवेयर कंपोनेंट लगाने के लिए PCI का इस्तेमाल किया जाता है।
यूनिवर्सल सीरियल बस (Universal serial Bus) – यह कंप्यूटर और उसके किसी भी उपकरण के बीच संचार स्थापित करने की व्यवस्था है। इस व्यवस्था के माध्यम से कंप्यूटर के सभी उपकरण जैसे- की-बोर्ड, माउस, प्रिंटर, डिजिटल कैमरा, सेकेंडरी मेमोरी आदि को सीपीयू से जोड़ा जा सकता है।
सीएमओएस (CMOS) – इसका पूरा नाम कंप्लीमेंट्री मेटल ऑक्साइड सेमीकंडक्टर है। इस चिप को कंप्यूटर के मदरबोर्ड पर स्थापित किया जाता है, इस चिप के अंदर विभिन्न प्रकार का प्रोग्राम और Firmware प्री इंस्टॉल रहता है।
मैथ कोप्रोसेसर (Math coprocessor) – सीपीयू की सहायता तथा गणित के कार्यों को करने के लिए मैथ को प्रोसेसर का इस्तेमाल किया जाता है। पुराने जनरेशन के कंप्यूटर में यह अलग से लगा होता है।
एजीपी बस (AGP bus) – इसका पूरा नाम Accelerated Graphic Port Bus हैं। यह उच्च गति वाले ग्राफिक कार्ड तथा वीडियो कार्ड को मदरबोर्ड से जोड़ता है, मोशन वीडियो और थ्री डाइमेंशनल पिक्चर के लिए AGP bus का इस्तेमाल किया जाता है।
सिस्टम यूनिट का अगला भाग (Front part of system unit)
पर्सनल कंप्यूटर के सिस्टम यूनिट के सामने हिस्से में मौजूद बटन, पोर्ट और घटक हैं : पावर बटन, रीस्टार्ट बटन, यूएसबी पोर्ट, ऑडियो पोर्ट, सीडी ड्राइव और फ्लॉपी डिस्क ड्राइव।
Power Button – इस बटन से कंप्यूटर चालू होता है, पावर बटन दबाने के बाद पावर सप्लाई यूनिट सिस्टम यूनिट के सभी हिस्सों में बिजली की आपूर्ति चालू कर देता है। इस बटन के बगल में एक एलईडी मौजूद रहती है, पावर ऑन होने पर एलईडी जलने लगती है।
Restart Button – इस बटन की मदद से कंप्यूटर को रीस्टार्ट किया जाता है, दरअसल इस प्रक्रिया में कंप्यूटर की पावर सप्लाई बंद किए बिना ऑपरेटिंग सिस्टम को टर्न ऑफ करके दोबारा चालू किया जाता है। इस प्रोसेस को रीस्टार्ट कहते हैं।
USB Port – यूएसबी पोर्ट के अत्यधिक उपयोग के कारण सिस्टम यूनिट के सामने के हिस्से में एक या दो यूएसबी पोर्ट जैक दिए जाते हैं, इस पोर्ट की मदद से स्मार्टफोन और अन्य डिवाइस को कंप्यूटर से जोड़ा जा सकता है तथा आपस में फाइल शेयर कर सकते हैं।
Audio Port – इस पोर्ट की मदद से हेडफोन, माइक और स्पीकर को कंप्यूटर से जोड़ा जाता है, सिस्टम यूनिट के फ्रंट हिस्से में दो ऑडियो पोर्ट दिए जाते हैं, इस पोर्ट को 3.5 mm जैक भी कहा जाता है।
CD Drive – सीडी और डीवीडी का उपयोग करने के लिए इस हार्डवेयर कंपोनेंट का इस्तेमाल किया जाता है। सीडी और डीवीडी को अंदर बाहर करने के लिए इसमें एक बटन दिया जाता है जिसे Eject बटन कहते हैं।
Floppy Disk Drive – फ्लॉपी डिस्क के अंदर डाटा डालने के लिए और मौजूदा डाटा पढ़ने के लिए फ्लॉपी डिस्क ड्राइव का उपयोग किया जाता है, यह भी सिस्टम यूनिट के सामने हिस्से में लगा होता है।
सिस्टम यूनिट का पिछला भाग (Back side of system unit)
पर्सनल कंप्यूटर के सिस्टम यूनिट के पिछले हिस्से में मौजूद बटन, पोर्ट और घटक हैं : पॉवर सॉकेट, मॉनिटर पोर्ट, नेटवर्क पोर्ट, ऑडियो जैक, कूलिंग फैन, यूएसबी पोर्ट, PS-2 पोर्ट, Serial Port और Parallel Port.
Power Socket – सिस्टम यूनिट को पावर सप्लाई देने के लिए पावर सॉकेट का उपयोग किया जाता है, यह सिस्टम यूनिट के पीछे भाग में मौजूद होता है, एक पावर केबल तार को पावर सॉकेट से जोड़ा जाता है तब यह पावर सप्लाई यूनिट को बिजली दे पाता है।
Monitor Port – डिस्प्ले आउटपुट के लिए मॉनिटर पोर्ट का इस्तेमाल किया जाता है, VGA केबल और HDMI केबल के द्वारा सिस्टम यूनिट और मॉनिटर को एक दूसरे से जोड़ा जाता है। मॉनिटर पोर्ट को डिस्प्ले पोर्ट भी कहा जाता है।
Network Port – एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर से जोड़ने के लिए तथा कंप्यूटर में इंटरनेट का उपयोग करने के लिए नेटवर्क पोर्ट का उपयोग किया जाता है। नेटवर्क पोर्ट को RJ-45, RJ-11 और इथरनेट पोर्ट भी कहा जाता है।
Serial Port – पुराने मॉडेम, माउस और प्रिंटर को सिस्टम यूनिट से जोड़ने के लिए सीरियल पोर्ट का इस्तेमाल किया जाता था, इस पोर्ट के द्वारा एक समय में एक बिट डाटा ट्रांसफर किया जा सकता है।
Parallel Port – इस पोर्ट का इस्तेमाल 1990 के दशक के कंप्यूटर में किया जाता था, पेरीफेरल डिवाइस को कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए इस पोर्ट का उपयोग किया जाता था।
USB Port – सिस्टम यूनिट के पिछले भाग में 5 से 6 यूएसबी पोर्ट मौजूद होते हैं, जिनमें एक या दो फास्ट यूएसबी पोर्ट 3.0 और 3.1 होते हैं और बाकी के पोर्ट 2.0 होते हैं। तेज गति से डाटा ट्रांसफर करने के लिए 3.1 यूएसबी पोर्ट का उपयोग किया जाता है।
PS-2 Port – कीबोर्ड और माउस को सिस्टम यूनिट से जुड़ने के लिए PS-2 पोर्ट का उपयोग किया जाता है, इस पोर्ट का इस्तेमाल आज भी किया जा रहा है।
Audio Jack – ऑडियो जैक को सिस्टम यूनिट के सामने हिस्से पर दिया जाता है, लेकिन सिस्टम यूनिट के पिछले हिस्से पर भी तिन से छे ऑडियो जैक दिये जातें है जिसकी मदद से विभिन्न प्रकार के साउंड सिस्टम को कंप्यूटर से जोड़ा जा सकता है।
Cooling Fan – सिस्टम यूनिट को ठंडा रखने के लिए सिस्टम यूनिट के पीछे एक पंखा लगाया जाता है जिसकी मदद से सिस्टम यूनिट के अंदर की गर्मी को फैन द्वारा बाहर निकाला जाता है। इस फैन को Cooling Fan कहते हैं।
F&Q
सिस्टम यूनिट के मुख्य घटक हैं- Motherboard, CPU, Hard disk, RAM, ROM, Graphic card, Sound card, PSU, Speaker, Expansion slot, PCI, Universal serial Bus, CMOS, Math coprocessor, AGP Bus.
सिस्टम यूनिट के सामने हिस्से में मौजूद बटन, पोर्ट और घटक – Power Button, Restart Button, USB Port, Audio Port, CD Drive, Floppy Disk Drive.
सिस्टम यूनिट से जुड़ने वाले घटक के नाम – Monitor, Mouse, Keyboard, Printer, Speaker, Modem, Router, Scanner.
नहीं, लैपटॉप को सिस्टम यूनिट नहीं कहा जा सकता क्योंकि इसमें डिस्प्ले, स्पीकर, कीबोर्ड, मदरबोर्ड और टचपैड जैसी डिवाइस एक ही सिस्टम में मौजूद होती है।