ट्री टोपोलॉजी क्या है? इसके Advantages और Disadvantages

कंप्यूटर नेटवर्किंग के टोपोलॉजी में से एक ट्री टोपोलॉजी है। तो आइये जानें, ट्री टोपोलॉजी क्या है, यह कैसे काम करती है, और इसके वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों क्या हैं।

ट्री टोपोलॉजी क्या है? – Tree Topology in Hindi

ट्री टोपोलॉजी, नेटवर्क टोपोलॉजी का एक प्रकार है, जिसका नेटवर्किंग डिज़ाइन एक पेड़ की तरह होता है। इसका उपयोग अक्सर कंप्यूटर नेटवर्किंग में Virtual LAN (VLAN) बनाने के लिए किया जाता है। Tree Topology को Hierarchical Network Topology के नाम से भी जाना जाता है।

इस टोपोलॉजी में प्रत्येक डिवाइस एक Central Server से जुड़ा होता है। ट्री टोपोलॉजी स्टार और बस टोपोलॉजी का Combination है। इसमें कई स्टार नेटवर्क होते हैं जो एक साथ जुड़े होते हैं।

ट्री टोपोलॉजी का उपयोग बड़ा नेटवर्क बनाने के लिए किया जाता है। यह एक लोकप्रिय नेटवर्क आर्किटेक्चर है जिसका उपयोग बड़े-बड़े संस्थानों में किया जाता है।

ट्री टोपोलॉजी का चित्र – Tree Topology Diagram

ट्री टोपोलॉजी का चित्र - Tree Topology Diagram
ट्री टोपोलॉजी का चित्र – Tree Topology Diagram

ट्री टोपोलॉजी के प्रकार – Types of Tree Topology

ट्री टोपोलॉजी मुख्यतः 3 प्रकार की होती हैं –

  1. Cluster tree topology – इस प्रकार की ट्री टोपोलॉजी में हब या स्विच पैरेंट के रूप में काम करता है क्योंकि इसमें सभी डिवाइस के लिए एक central system होता है।
  2. Bus tree topology – इस प्रकार की ट्री टोपोलॉजी में, कंप्यूटर या डिवाइस हब स्विच के माध्यम से बस टोपोलॉजी बैकबोन से जुड़े होते हैं।
  3. Spanning tree topology – स्पैनिंग ट्री टोपोलॉजी कई बैकबोन केबलों को होस्ट करती है जो सिस्टम में मौजूद नेटवर्क और नोड्स के groups को जोड़ते हैं।

ट्री टोपोलॉजी के उपयोग – Application of Tree Topology

  • Corporate Networks – ट्री टोपोलॉजी का उपयोग आमतौर पर कॉर्पोरेट नेटवर्क में किया जाता है। जहा विभिन्य प्रकार के नेटवर्किंग डिवाइस को एक सेंट्रल हब से जोड़ा जाता हैं।
  • Internet Service Providers (ISPs) – ISP अक्सर कई ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ने के लिए ट्री टोपोलॉजी का उपयोग करते हैं। प्रत्येक ग्राहक एक स्टार कॉन्फ़िगरेशन में एक स्थानीय हब से जुड़ा होता है, और ये हब इंटरनेट एक्सेस के लिए एक केंद्रीय हब से जुड़े होते हैं।
  • Campus networks – बड़े शैक्षणिक संस्थान और बड़े कैंपस मे ट्री टोपोलॉजी का उपयोग होता हैं। विभिन्न शैक्षणिक विभागों या कैंपस के अपने स्वयं के स्टार नेटवर्क हो सकते हैं, और इन्हें डेटा साझाकरण और संचार के लिए ट्री टोपोलॉजी से जोड़ा जा सकता है।
  • Hybrid networks – हाइब्रिड नेटवर्क बनाने के लिए ट्री टोपोलॉजी को अन्य टोपोलॉजी जैसे Mesh या Ring के साथ जोड़ा जा सकता है।
  • Distribution Networks – ट्री टोपोलॉजी का उपयोग distribution networks में किया जाता है, जैसे कि telecommunications industry में, जहां विभिन्न स्थानों पर सिग्नल को efficiently distribute करना आवश्यक होता है।
  • Multiple Devices Connections – ट्री टोपोलॉजी का उपयोग अक्सर प्रिंटर, कंप्यूटर और राउटर जैसे कई उपकरणों को जोड़ने के लिए किया जाता है।

ट्री टोपोलॉजी की विशेषताएं – Features of Tree Topology

  • Central Backbone – ट्री टोपोलॉजी में एक सेंट्रल बैकबोन होता है, जो पूरे नेटवर्क के लिए मुख्य communication path के रूप में कार्य करता है। यह बैकबोन लीनियर बस टोपोलॉजी जैसा दिखता है और सभी subnetworks या branches को जोड़ता है।
  • Star-Configured Subnetwork – ट्री टोपोलॉजी में प्रत्येक subnetwork को स्टार टोपोलॉजी में कॉन्फ़िगर किया गया है। इसका मतलब यह है कि प्रत्येक सबनेटवर्क का अपना central hub होता है जिससे अलग-अलग डिवाइस जुड़े होते हैं।
  • Scalability – ट्री टोपोलॉजी अत्यधिक स्केलेबल है यानि मौजूदा नेटवर्क को प्रभावित किए बिना नई  डिवाइस आसानी से जोड़े जा सकते हैं।
  • Redundancy – ट्री टोपोलॉजी में यदि एक डिवाइस खराब हो जाता है, तो जरूरी नहीं कि इसका प्रभाव पूरे नेटवर्क पर पड़े। ट्री में विभिन्न points पर बैकअप कनेक्शन या हब जोड़कर Redundancy को लागू किया जा सकता है।
  • Efficient data flow – इस टोपोलॉजी में प्रत्येक स्टार नेटवर्क का अपना हब या स्विच होता है, जिससे डाटा का टकराव कम होता है और डाटा Efficient प्रवाहित होता हैं।
  • Centralized Management – इस टोपोलॉजी में प्रत्येक सबनेटवर्क का अपना central hub होता है, जिसके माध्यम से सभी उपकरणों को एक मुख्य सिस्टम से मैनेज या कंट्रोल किया जा सकता है।

ट्री टोपोलॉजी के फायदे – Advantages of Tree Topology

  • Scalability – ट्री टोपोलॉजी अत्यधिक scalable है यानि इसमें अधिक उपकरण जोड़े जा सकते हैं, जो इसे छोटे और बड़े दोनों नेटवर्क के लिए उपयोगी बनाता है।
  • Redundancy – ट्री टोपोलॉजी मे यदि एक डिवाइस खराब हो जाता है, तो इससे अन्य नेटवर्किंग डिवाइस पर प्रभाव नहीं पड़ता हैं।
  • Flexibility – ट्री टोपोलॉजी कंप्यूटर, सर्वर, स्विच और राउटर जैसे विभिन्न प्रकार के नेटवर्क उपकरणों को एक साथ जोड़ सकती है। इसका उपयोग आमतौर पर LAN और WAN दोनों में किया जाता है।
  • Centralized control – इस टोपोलॉजी में एक central hub मौजूद होता हैं, जिससे सभी डिवाइस के नेटवर्क को कंट्रोल किया जा सकता हैं।

ट्री टोपोलॉजी के नुकसान – Disadvantages of Tree Topology

  • Difficult Configuration – अन्य नेटवर्क टोपोलॉजी की तुलना में इस नेटवर्क को कॉन्फ़िगर करना बहुत कठिन होता है।
  • Network Performance Slow – बड़ी संख्या में device की उपस्थिति के कारण ट्री टोपोलॉजी का नेटवर्क प्रदर्शन थोड़ा धीमा हो जाता है।
  • Larger Number of Cables – ट्री टोपोलॉजी में स्टार और रिंग टोपोलॉजी की तुलना में बड़ी संख्या में केबलों की आवश्यकता होती है।
  • Maintenance – यदि इस नेटवर्क में बड़ी संख्या में नोड्स जोड़े जाते हैं, तो इसे Maintain करना कठिन होता है।

ट्री टोपोलॉजी के उदाहरण – Example of Tree Topology

यहां कुछ उदाहरण दिए गए हैं जिनमें ट्री टोपोलॉजी का उपयोग किया जाता है –

  • Commercial Data Networks
  • Internet Service Provider
  • Wireless Sensor Network
  • Client Server Networks

ट्री और बस टोपोलॉजी में अंतर – Difference between Tree & Bus Topology

ट्री टोपोलॉजी और बस टोपोलॉजी के बीच मुख्य अंतर यह है कि ट्री टोपोलॉजी में डिवाइस को एक पेड़ के रूप में व्यवस्थित किया जाता है, जबकि बस टोपोलॉजी में, प्रत्येक डिवाइस एक एकल केबल से जुड़ा होता है जिसे बैकबोन के रूप में जाना जाता है।

FAQs

ट्री टोपोलॉजी को परिभाषित करें

ट्री टोपोलॉजी एक प्रकार की नेटवर्क टोपोलॉजी है, जिसका नेटवर्किंग डिज़ाइन एक पेड़ की तरह होता है।

ट्री टोपोलॉजी बस टोपोलॉजी से कैसे अलग है?

ट्री टोपोलॉजी और बस टोपोलॉजी के बीच मुख्य अंतर यह है कि ट्री टोपोलॉजी में डिवाइस को एक पेड़ के रूप में व्यवस्थित किया जाता है, जबकि बस टोपोलॉजी में, प्रत्येक डिवाइस एक एकल केबल से जुड़ा होता है।

ट्री टोपोलॉजी का उपयोग क्यों किया जाता है?

ट्री टोपोलॉजी का उपयोग कंप्यूटर नेटवर्क में किया जाता है। इसका उपयोग अक्सर घर या छोटे कार्यालय में प्रिंटर, राउटर और कंप्यूटर जैसे कई उपकरणों को जोड़ने के लिए किया जाता है।

क्या ट्री टोपोलॉजी अभी भी प्रयोग की जाती है?

हाँ, ट्री टोपोलॉजी का उपयोग आज भी कई नेटवर्क में किया जाता है।

निवेदन

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