इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (IoT) क्या है और यह कैसे काम करता है?

क्या आप IoT यानी “इंटरनेट ऑफ थिंग्स” शब्द से परिचित हैं? यह एक अवधारणा है जो पिछले कुछ वर्षों से तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इस लेख में, हम जानेंगे कि IoT क्या है, यह कैसे काम करता है, और विभिन्न क्षेत्रों पर इसका संभावित प्रभाव।

IoT क्या है?

IoT या “इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स” भौतिक उपकरणों, वाहनों, घरेलू उपकरणों और अन्य वस्तुओं के नेटवर्क को कहा जाता है जो इंटरनेट या दूसरे संचार माध्यमों पर उनके बीच डेटा एकत्र करने और आदान-प्रदान करने हेतु सेंसर्स, सॉफ्टवर्स और दूसरे तकनीकों के जरिये आपस में जुड़े होते हैं।

ये डिवाइस कार्यों को स्वचालित करने, डेटा का विश्लेषण करने और अंतर्दृष्टि प्रदान करने के लिए अन्य प्रणालियों जैसे सर्वर और क्लाउड-आधारित प्लेटफार्मों के माध्यम से एक दूसरे के साथ संवाद करते हैं।

हमारे इंटरनेट इस्तेमाल करने के तरीके में पिछले कुछ सालों में भारी बदलाव हुए है। हम डेस्कटॉप और लैपटॉप से लेकर स्मार्टफोन तक आ पहुंचें है। इनके बाद अब पहनने योग्य तकनीक यानी wearables के दौर का आगमन हो रहा है।

जिसका मतलब है की हम जल्द ही वायरलेस उपकरणों के नेट-वर्क से लैस होंगे जो हमारे हस्तक्षेप के बिना आपस में संवाद (communicate) कर पायेंगे। इसलिए, हेड माउंटेड डिस्प्ले, स्मार्ट ग्लासेज और स्मार्टवॉच जैसे गैजेट्स हमारे इंटरनेट प्रयोग करने और साझा करने के तरीके को बदल देंगे, जिससे इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) एक आवश्यकता बन जाएगा।

हम पहले से ही वियरेबल्स के जरिये अपने व्यायाम, हृदय गति और यहां तक कि हमारी नींद को भी ट्रैक भी रख सकते हैं। ये आने वाले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ेंगी।

जैसे जैसे इन उपकरणों का जाल बड़ा होते जाएगा Internet of things, हमारे शारीरिक और मानसिक स्थिति, हमारी मनोदशा, व्यक्तिगत प्राथमिकताओं आदि से संबंधित डेटा को हेल्थ प्रोवाइडर्स, रिटेलर्स और व्यवसायों के साथ साझा करने लगेगा। जो की भविष्य में बेहद आम हो जाएगा।

IoT कैसे काम करता है?

IoT डिवाइस अंतर्दृष्टि उत्पन्न करने (insights) या एक्शन लेने के लिए सेंसर या अन्य माध्यमों के जरिये डेटा एकत्र करके उस डेटा को संसाधित और विश्लेषण करते हैं। वे डेटा संचारित (insights) करने और प्राप्त करने के लिए वाई-फाई, ब्लूटूथ, ज़िग्बी और सेलुलर नेटवर्क जैसी विभिन्न कनेक्टिविटी तकनीकों का उपयोग करते हैं। इस डेटा को तब डेटाबेस या क्लाउड-आधारित प्लेटफार्मों में संग्रहीत किया जाता है जहां इसका विश्लेषण करके निर्णय लेने के लिए उपयोग किया जाता है।

IoT के घटक

आईओटी सिस्टम में आमतौर पर तीन प्रमुख घटक होते हैं:

सेंसर/डिवाइस

आईओटी डिवाइस भौतिक वस्तुएं यानी उपकरण होते हैं जिनमें सेंसर, सॉफ्टवेयर और कनेक्टिविटी एम्बेडेड होते हैं। ये स्मार्ट थर्मोस्टैट्स से लेकर औद्योगिक मशीनरी या सेल्फ-ड्राइविंग कारों तक कुछ भी हो सकते हैं।

कनेक्टिविटी

आईओटी उपकरणों को एक दूसरे और अन्य प्रणालियों के साथ संवाद करने के लिए कनेक्टिविटी की आवश्यकता होती है। आईओटी में वाई-फाई, ब्लूटूथ, ज़िग्बी और सेलुलर नेटवर्क सहित कई कनेक्टिविटी तकनीकों का उपयोग किया जाता है।

क्लाउड-आधारित प्लेटफ़ॉर्म

आईओटी डिवाइस भारी मात्रा में डेटा उत्पन्न करते हैं, जिसे क्लाउड-आधारित प्लेटफार्मों में संग्रहीत किया जाता है। इन प्लेटफार्मों का उपयोग अंतर्दृष्टि उत्पन्न करने या एक्शन लेने लिए डेटा को संसाधित करने और विश्लेषण करने के लिए किया जा सकता है।

विभिन्न उद्योगों पर IoT का प्रभाव

विभिन्न उद्योगों में IoT का उपयोग कैसे किया जा रहा है, इसके कुछ उदाहरण यहां दिए गए हैं:

स्वास्थ्य देखभाल (Healthcare)

स्वास्थ्य सेवाओं में, IoT उपकरणों का उपयोग करके रोगियों की रिमोटली निगरानी करने, उनके लक्षणों को ट्रैक करने और कोई समस्या होने पर स्वास्थ्य कर्मियों को सतर्क करने के लिए किया जा सकता है। यह रोगी के स्वास्थ्य में सुधार करने और अस्पताल में रहे बिना जीवन बचानें में मदद कर सकता है।

निर्माण (Manufacturing)

IoT का उपयोग पहले से ही मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रियाओं को स्वचालित करने, उत्पादन की निगरानी करने और इन्वेंट्री को ट्रैक करने के लिए किया जा रहा है। इससे एफिशिएंसी में वृद्धि, कम अपशिष्ट और गुणवत्ता नियंत्रण बेहतर हो सकता है।

परिवहन (Transportation)

वाहनों को ट्रैक करने, मार्गों को बेहतर करने और चालक के व्यवहार की निगरानी करने के लिए परिवहन के क्षेत्र में आईओटी का उपयोग किया जा रहा है। जो की वाहनों के ईंधन की खपत, सेफ्टी और एफिशिएंसी में सुधार कर सकती है।

निष्कर्ष

इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (IoT) एक शक्तिशाली और तेजी से बढ़ती तकनीक है जो लगभग सभी प्रकार के उद्योगों में क्रांति ला सकती है। इसका उपयोग स्वास्थ्य सेवा से लेकर परिवहन तक लगभग सभी क्षेत्रों में प्रक्रियाओं को स्वचालित करने के लिए किया जा रहा है। हालांकि, इन प्रणालियों को लागू करने और सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियां भी हैं। IoT के प्रमुख अनुप्रयोगों को जानने के लिए IoT के अनुप्रयोग लेख जरूर पढ़ें।

FAQs

IoT का पूरा नाम क्या है?

IoT का पूरा नाम Internet of things है?

आईओटी उपकरणों के उदाहरण क्या हैं?

आईओटी उपकरणों के उदाहरण हैं: स्मार्ट थर्मोस्टैट्स, पहनने योग्य फिटनेस ट्रैकर्स, स्मार्ट होम असिस्टेंट, सेल्फ-ड्राइविंग कार, औद्योगिक मशीनरी, इत्यादि।

IoT से जुड़े सुरक्षा जोखिम क्या हैं?

आईओटी डिवाइस डेटा उल्लंघनों, साइबर हमलों और गोपनीयता उल्लंघन जैसे सुरक्षा जोखिम पैदा कर सकते हैं। इनसे बचने के लिए प्रोडक्ट निर्माताओं और उपयोगकर्ताओं के लिए इन उपकरणों और उनके द्वारा उत्पन्न डेटा को सुरक्षित करने के लिए उपाय करना महत्वपूर्ण है।

आईओटी का भविष्य क्या है?

आईओटी के लगभग हर उद्योग में संभावित अनुप्रयोगों होंगे। जैसे-जैसे अधिक डिवाइस जुड़ते जाएंगे, हम और भी अधिक स्वचालन (Automation), efficiency और insights देखने की उम्मीद कर सकते हैं।

IoT को लागू करने से जुड़ी चुनौतियां क्या हैं?

आईओटी में उच्च लागत, इंटरऑपरेबिलिटी जैसे मुद्दे, सुरक्षा चिंताएं और इन प्रणालियों को प्रबंधित करने और रखरखाव के लिए कुशल पेशेवरों की आवश्यकता होगी है।

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