एक नया कंप्यूटर असेंबल करने के बाद बहुत सारी समस्याएं उत्पन्न होती है, उन्हीं समस्याओं में से एक है bottleneck, इसे bottleneck in PC भी कहते हैं। यह कोई बड़ी समस्या तो नहीं है लेकिन, अगर bottlenecking का समय रहते समाधान नहीं किया गया तो इससे कंप्यूटर के कुछ हार्डवेयर अंग खराब हो सकते हैं।
वर्तमान में बोटलनेक के बारे में जानना बहुत ही जरुरी है क्योकि ये समस्या कंप्यूटर डिवाइस में काफी आम है। इसलिए यह जानना जरूरी है की bottleneck क्या है? और bottlenecking की समस्या से कैसे बचें?
Table of contents
- Bottleneck क्या है (What Is a PC Bottleneck)
- Bottlenecking के प्रभाव (Effects of bottlenecking in PC)
- Bottlenecking क्यों होता है (Why does bottlenecking happen?)
- Bottlenecking से कैसे बचे (How to Avoid Bottlenecking?)
- Bottleneck का पता कैसे लगाएं (How to Find Bottleneck?)
- नया कंप्यूटर असेंबल जिसमें bottleneck ना हो
- Laptop में bottleneck की समस्या
- कुछ महत्वपूर्ण बातें
- Bottleneck F&Q
Bottleneck क्या है (What Is a PC Bottleneck)
Bottleneck का मतलब है एक साधारण कंप्यूटर में बड़े-बड़े गेम्स या सॉफ्टवेयर को चलाना या फिर जरूरत के अनुसार ज्यादा पावरफुल हार्डवेयर कंपोनेंट का उपयोग करके उसमें छोटे-मोटे गेम्स या सॉफ्टवेयर को चलाना, इसके अलावा एक पावरफुल प्रोसेसर को एक कम पावरफुल ग्राफिक कार्ड के साथ उपयोग करना तथा एक हाई ग्राफिक कार्ड के साथ कम पावरफुल प्रोसेसर का उपयोग करना।
इस तरह के कॉन्फ़िगरेशन वाले कंप्यूटर सिस्टम में काफी सारी समस्याएं उत्पन्न होती है जैसे कि प्रोसेसर और ग्राफिक कार्ड का क्षमता के अनुसार 100% कार्य ना करना, गेम खेलते वक्त FPS (frame rate per second) काफी कम होना तथा सीपीयू (CPU) का जरूरत से ज्यादा उपयोग होना, इन सारी समस्याओ को bottleneck कहते हैं।
Bottlenecking के प्रभाव (Effects of bottlenecking in PC)
Bottlenecking के कारण कंप्यूटर सिस्टम पूरी तरह से खराब हो सकता है, जब एक अच्छे प्रोसेसर के साथ एक कम पावरफुल ग्राफिक कार्ड का उपयोग किया जाता है तब ग्राफिक कार्ड में 100% कार्य का लोड पड़ता है इसके वजह से ग्राफिक कार्ड क्षमता से ज्यादा कार्य करता है और overheat हो जाता है, यानी कि बहुत ज्यादा गर्म हो जाता हैं। overheating के कारण ग्राफिक कार्ड जल सकता है।
इसी तरह प्रोसेसर पर भी जब 100% कार्य का लोड पड़ता है तब प्रोसेसर भी बहुत ज्यादा गर्म हो जाता है जिसके वजह से प्रोसेसर भी जल सकता है, overheating के कारण कंप्यूटर के अन्य हार्डवेयर कंपोनेंट पर भी प्रभाव पड़ता है जैसे कि मदरबोर्ड, रैम, स्टोरेज डिवाइस इत्यादि, इस वजह से bottleneck के कारण पूरा का पूरा कंप्यूटर सिस्टम खराब हो सकता हैं।
Bottlenecking क्यों होता है (Why does bottlenecking happen?)
कंप्यूटर सिस्टम असेंबल करते वक्त कई बार हाई एंड कंपोनेंट के साथ low कंपोनेंट का इस्तेमाल किया जाता है जिसके वजह से bottlenecking की समस्याएं उत्पन्न होती है। कुछ लोग बिना जानकारी के कंप्यूटर असेंबल करते हैं जिसके कारण आगे चलकर कंप्यूटर में बहुत सारी समस्याएं उत्पन्न होती है।
अगर आप एक अच्छा कंप्यूटर सिस्टम असेंबल करना चाहते हैं तो आप पहले अच्छी तरह से कंप्यूटर के सारे हार्डवेयर कंपोनेंट के बारे में जान लीजिए इसके बाद यूट्यूब से कुछ कंप्यूटर असेंबल की वीडियो देख लीजिए, इसके बाद आप एक अच्छा कंप्यूटर सिस्टम असेंबल कर सकते हैं।
Bottlenecking से कैसे बचे (How to Avoid Bottlenecking?)
कंप्यूटर सिस्टम में अगर low हार्डवेयर कंपोनेंट का इस्तेमाल किया गया है तो उस सिस्टम में किसी भी प्रकार का हाई एंड हार्डवेयर कंपोनेंट का इस्तेमाल ना करें इसके अलावा हाई एंड कंप्यूटर सिस्टम में कभी भी low हार्डवेयर कंपोनेंट का उपयोग ना करें।
कंप्यूटर को अपग्रेड करते वक्त भी जिस तरह का हार्डवेयर कंपोनेंट उपयोग किया गया है उसी से मिलते जुलते कंपोनेंट का इस्तेमाल करें, अगर आपके सिस्टम में हाई एंड हार्डवेयर के साथ लो हार्डवेयर का उपयोग किया गया है तो लो हार्डवेयर को निकालकर हाई एंड हार्डवेयर का इस्तेमाल करें या फिर हाई एंड हार्डवेयर को निकालकर लो हार्डवेयर का उपयोग करें। तात्पर्य यह है कि कंप्यूटर सिस्टम के अंदर कोई भी हार्डवेयर अंग अनबैलेंस ना हो, इस तरह से आप bottlenecking की समस्या से बच सकते हैं।
Bottleneck का पता कैसे लगाएं (How to Find Bottleneck?)
अगर आप एक कंप्यूटर विशेषज्ञ है तो चुटकियों में आप bottlenecking का पता लगा सकते हैं, लेकिन अगर आपको कंप्यूटर की जानकारी नहीं है तो आप कुछ सॉफ्टवेयर का उपयोग करके इस समस्या का पता लगा सकते हैं इसके अलावा कुछ वेबसाइट्स पर जाकर के भी आप bottlenecking समस्या का पता लगा सकते हैं।
हमने कुछ चुनिंदा bottlenecking समस्या पता लगाने वाले सॉफ्टवेयर और वेबसाइट की सूची तैयार की है इन सॉफ्टवेयर और वेबसाइट के माध्यम से आप bottleneck की समस्या का पता लगा सकते हैं।
- Pc tailor software.
- Pc-builds.com
- Cpu-monkey.com
- Userbenchmark.com
- Notebookcheck.net
- Karadjgen software.
नया कंप्यूटर असेंबल जिसमें bottleneck ना हो
नया कंप्यूटर असेंबल करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि सभी हार्डवेयर अंग जैसे कि processor, Graphic Card,RAM, HDD, SSD, smps एक समान पावरफुल हो या तो सभी हार्डवेयर अंग low पावरफुल हो या तो सभी के सभी हार्डवेयर अंग हाई पावरफुल हो, ऐसे में कंप्यूटर सिस्टम के सारे हार्डवेयर एंड अच्छी तरह से कार्य करेंगे।
इससे यह होगा कि कोई भी हार्डवेयर अंग ओवरहिट नहीं होगा एवं कंप्यूटर स्मूथ चलेगा और सभी हार्डवेयर कंपोनेंट सुरक्षित रहेंगे। अगर फिर भी bottleneck की समस्या उत्पन्न होती है तो इसे ढूंढ कर जल्द से जल्द हल कर लीजिए।
Laptop में bottleneck की समस्या
लैपटॉप में bottleneck की समस्या उत्पन्न नहीं होती है, ऐसा इसलिए क्योंकि लैपटॉप को बहुत रिसर्च के बाद डिजाइन किया जाता है एवं लैपटॉप बनाने के पहले लैपटॉप के सारे अंगों को एक साथ जोड़ कर परखा जाता है और कमियां निकाली जाती है इसके बाद कमियों को सुधारा जाता है, तब जाकर एक लैपटॉप को पूरी तरह से तैयार किया जाता है। इसलिए लैपटॉप में कभी भी bottleneck कि समस्या उत्पन्न नहीं होती हैं।
कुछ महत्वपूर्ण बातें
बिना किसी जानकारी के कंप्यूटर असेंबल कभी ना करें, अगर आप बिना किसी जानकारी के कंप्यूटर असेंबल करते हैं तो आपको बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है इसके अलावा कंप्यूटर के हार्डवेयर अंगों को नुकसान भी पहुंच सकता है, सबसे पहले आप पूरी जानकारी ले लीजिए और किसी कंप्यूटर विशेषज्ञ से कंप्यूटर असेंबल करना सीख लीजिए इसके बाद आप कंप्यूटर असेंबल कर सकते हैं
Bottleneck F&Q
नहीं, क्योकि लैपटॉप के पार्ट्स का कॉन्फ़िगरेशन कम्पनी द्वारा शोध करके तैयार किया जाता है और इसके अंगो को ज्यादा कस्टमाइज भी नहीं किया जा सकता।
सॉफ्टवेयर और वेबसाइट।
नया कंप्यूटर असेंबल।
एक तरह का पावर वाला हार्डवेयर अंग उपयोग करके।
कम पावरफुल हार्डवेयर कंपोनेंट एवं ज्यादा पावरफुल हार्डवेयर कंपोनेंट का एक साथ उपयोग करने से।